तिर्यक आसन: गोबिन का स्वतः संज्ञान मुकदमा

गोबिन की सफाई सुन मी लार्ड आर्डर वाला हथौड़ा ठोंके, उससे पहले ही कठघरे के बगल में खड़े दीवान जी गले की खराश साफ करने के लिए खूँ-खाँ करने लगे। खूँ-खाँ से पेट पर पड़ने वाले दबाव से दीवान जी की तोंद दबाकर छोड़े गए रसगुल्ले की तरफ पिचकने-फूलने लगी।

Read More

बात बोलेगी: जेहि ‘विधि’ राखे राम ताहि ‘विधि’…

जब विधि का बल परास्त होता दिख रहा है तो वह करार भी टूटता नज़र आ रहा है जो सभी तरह के बलधारकों और निर्बलों को एक सफ़ में खड़ा करता था। विधि के बल के रीतने से हमारे बीच का नागरिक रीत रहा है; नागरिक समाज के बीच का करार रीत रहा है; और ये सब रीतने से हमारे बीच का मनुष्य रीत रहा है।

Read More

तिर्यक आसन: समाजवादी युवा का ‘कम्प्लीट फेसपैक’

पुलिस को लगा अध्यक्ष के पीछे खड़े कार्यकर्ताओं ने पुतला फूँक दिया। अनापत्ति प्रमाण पत्र के उल्लंघन की आशंका में पुलिस ने लाठियाँ चटकानी शुरू कर दी। बाइट पूरी नहीं हुई थी, भगदड़ मच गई। अध्यक्ष हाथ में झंडा लेकर भागे। पीछे पुलिस। थोड़ी दूर भागने के बाद वे झंडे में फँसकर सड़क पर गिर पड़े। पुलिस उन्हें टाँगकर थाने ले गई।

Read More

तिर्यक आसन: फ्यूज बल्ब वाले अर्बन ईडियट्स का बहुमत

। खोदाई के दौरान जमीन के नीचे से एक एलईडी बल्ब निकला। भक्तों को लगा, ऊपर वाले नीचे से प्रकट हुए हैं। बल्ब को शिवलिंग समझ भक्त चढ़ावा चढ़ाने लगे। लगभग पंद्रह सौ रुपये की कमाई करने के बाद किसी ने बता दिया कि शिवलिंग नहीं एलईडी बल्ब है। भक्तों के विश्वास का बल्ब फ्यूज हो गया।

Read More

बात बोलेगी: संस्कृति के काक-तालीय दर्शन में फंसी राजनीति

ऐसे मौलिक समाधान पेश करने के लिए कायदे से दुनिया को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के प्रति समवेत स्वर में कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहिए, लेकिन हुआ इसके उलट क्योंकि हसदेव अरण्य में बसे आदिवासी भी प्रामाणिक रूप से छत्तीसगढ़ के नागरिक हैं और वे भी इस दिन की महिमा से परिचित होते ही मुख्यमंत्री के आह्वान पर अपने हसदेव जंगल को, उसकी मिट्टी को, उसकी ज़मीन को, उसके जल को और उसमें बसे वन्यजीवों की रक्षा के लिए सौगंध खाते हैं। यह अनुपालन मुख्यमंत्री को बेचैन कर देता है क्योंकि मिट्टी-पूजन के बहाने वो जंगल उजाड़ने का आह्वान कर रहे थे, लेकिन इस जंगल के आदिवासियों ने उनके आह्वान को वाकई सच्चा मान लिया।

Read More

तिर्यक आसन: बाल बंदर का काटा कुर्की माँगता है!

अदालत के निर्देश पर पुलिस और नगर निगम की संयुक्त टीम ने हल्की मुठभेड़ के बाद बंदर को अपने शिकंजे में लिया और अदालत में पेश किया। अदालत ने बंदर से उसके द्वारा की जा रही अमानवीय हरकत का सबब पूछा। बंदर ने कहा- माई बाप! पहले मैं ऐसा नहीं था। पहले मैं सिर्फ चिढ़ाने वालों को ही काटता था। एक दिन मुझे एक कुत्ते ने काट लिया। उसके बाद मैं सबको काटने लगा। सारा दोष तो उस कुत्ते का है, जिसने मुझे काटा।

Read More

तिर्यक आसन: धर्म और राष्ट्रहित के उचक्के

आवारा भीड़ को कहीं पाकिस्तान का नमक तो नहीं खिलाया जा रहा? बिरयानी बिना नमक के खाई थी? जनता ने पाँच किलो राशन के पैकेट में मिले नमक का कर्ज चुकाया। क्या पाकिस्तान के नमक का कर्ज भी चुकाना होगा?

Read More

बात बोलेगी: लोकतंत्र का ‘बुलडोज़र’ पर्व

देश के अलग अलग हिस्सों में पाये जाने वाले बुलडोजरों को देखते हुए तो यही लगता है कि देश का विकास अगर कल को वाकई होता है तो उसमें किसी भी सरकार से ज़्यादा और बड़ा योगदान बुलडोज़र का ही होगा। विकास के कई-कई मकसदों और उद्देश्यों में बुलडोजर की सार्वभौमिक उपस्थिति ही अब एक मात्र सत्य है।

Read More

तिर्यक आसन: आधुनिक गुरु-शिष्य पुराण

शिष्य था। उसका अपराधीकरण रोकना मेरा फर्ज था। साथ ही सनसनी को सन्नाटे में भी डालना था। मैंने सोचा- सनसनी से मुक्ति पाने के लिए ये अपने अपराधीकरण के रास्ते पर काफी आगे बढ़ चुका है। इसे वापस नहीं लाया जा सकता। ये किया जा सकता है, इसका राजनैतिक अपराधीकरण करना होगा। इसे दिल्ली से बनारस लाना होगा। वाया लखनऊ।

Read More

बात बोलेगी: अच्छाई और ताकत के बीच नितांत अकेला और शांत खड़ा हसदेव अरण्य

हसदेव, जो एक अरण्य है और ऐसा अरण्य है जिसके ऊपर मध्य भारत की हवा, बारिश और तापमान में संतुलन बनाने की महती ज़िम्मेदारी है, इसका मानवीकरण करते हुए अक्सर इसे मध्य भारत के फेफड़े तक कहा जाता है। आज उन्हीं ताकतवरों को यह कहने की कोशिश कर रहा है कि अपनी ताक़त का इस्तेमाल हमें उजाड़ने के लिए मत करो।

Read More