त्रिपुरा में शहीद किसानों की श्रद्धांजलि सभा पर हमला, CPM ने कहा BJP के गुंडे थे

सीपीएम त्रिपुरा के फेसबुक पेज पर इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में शोर, चीखने चिल्लाने की आवाज़ और पुलिस पुलिसवालों को अआरम से टहलते देखा जा सकता है. हमले के जवाब में युवा कार्यकर्ताओं के जोरदार प्रतिरोध के बाद वे गुंडे पुलिस की नज़रों के सामने से भाग गये.

Read More

प. बंगाल: TMC और BJP की सीधी लड़ाई में खुलता राजनैतिक हिंसा का नया अध्याय

बंगाल के चुनावी मैदान में कांग्रेस की कहीं गिनती भी नहीं कर रहे हैं वहां के लोग. कांग्रेस-वाम गठबंधन अब भी नदारद है. मैंने दक्षिण 24 परगना और सुंदरवन के जितने भी लोगों से इस विषय में बात की, उनके मुंह से सिर्फ टीएमसी और बीजेपी ही निकला है.

Read More

अमित शाह के बंगाल पहुंचते ही दरकने लगी TMC की नाव, सांसद-विधायक की BJP भर्ती चालू

अमित शाह की मौजूदगी में जिन विधायकों ने बीजेपी की सदस्यता ली उनमें तृणमूल कांग्रेस और राज्य मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ने वाले प्रभावशाली नेता सुवेंदु अधिकारी के अलावा तापसी मंडल, अशोक दिंडा, सुदीप मुखर्जी, सैकत पांजा, बैरकपुर के विधायक शीलभद्र दत्ता, कंथी उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बनश्री मैती, सुकरा मुंडा, श्यामपद मुखर्जी, दीपाली बिस्वास और बिश्वजीत कुंडू शामिल हैं।

Read More

दक्षिणावर्त: प्रधान सेवक के हाथ से क्या चीज़ें फिसल रही हैं?

भाजपा को सत्ता से 25 वर्षों तक दूर रखना है, तो 5 वर्ष के लिए सत्ता में ला दो। यह यूं ही नहीं कहा जाता।

Read More

कच्छ के सिख किसान तो 15 तारीख को विरोध कर रहे थे, फिर PM के साथ बैठक में कौन था?

15 दिसंबर को कच्‍छ में जो बैठक हमें प्रधानमंत्री और पीड़ित सिख किसानों के बीच की बतायी गयी, वह दरअसल एक सुप्रीम नेता और उसके कार्यकर्ताओं के बीच की सामान्‍य शिष्‍टाचार बैठक थी।
इस बैठक का न तो किसान कानूनों से कोई लेना देना था, न ही कच्‍छ में बसे सिख किसानों की समस्‍या से।

Read More

दक्षिणावर्त: विकास का जबरन प्रसव कराने के नतीजे

दरभंगा एयरपोर्ट हो या एम्स, तारामंडल हो या आइटी पार्क, लुभावने वादे करने में कहीं किसी ने कोई कमी नहीं छोड़ी। एम्स इस चुनावी साल में भी कहां तक पहुंचा है, यह अल्ला मियां को ही पता है। पिछले दो चुनाव से आइटी पार्क की घुट्टी पिला रही इस सरकार के सबसे पिलपिले मंत्रियों में शामिल (जिनको हमेशा घूर कर देखने के अलावा कुछ नहीं आता) रविशंकर प्रसाद इस चुनाव में भी वह झुनझुना बेचे कि नहीं, पता नहीं।

Read More

विपक्ष-मुक्त भारत के एजेंडे में भाजपा की ज़रूरत हैं ओवैसी, बंगाल चुनाव इस बात को पुष्ट करेगा

जिन्ना की तरह ओवैसी अल्पसंख्यकों के लिए किसी अलग देश की माँग तो निश्चित ही नहीं कर सकेंगे पर देश के भीतर ही उनके छोटे-छोटे टापू खड़े करने की क्षमता अवश्य दिखा रहे हैं। कहा जा सकता है कि जिन्ना के बाद ओवैसी मुस्लिमों के दूसरे बड़े नेता के रूप में उभर रहे हैं।

Read More

शपथ ग्रहण तो हो गया, अब नीतीश की ‘ग्रेसफुल विदाई’ तय करेगी सरकार की उम्र

या तो खट्टर और फडणवीस की तरह बिहार में भी तारकिशोर प्रसाद औऱ रेणु देवी को लाया-बढ़ाया जा रहा है या फिर मोदी-शाह द्वय ने सोच लिया है कि बिहार में नीतीश से सीधा वे ही डील करेंगे

Read More

अंतिम नतीजा चाहे जो हो, यह जनादेश सिर्फ और सिर्फ नीतीश के खिलाफ है!

तेजस्वी अगर इस चुनाव के एकल विजेता हैं, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हार के सर्वाधिक उचित व्यक्तित्व। वैसे तो राजनीति में नैतिकता और शर्म नामक शब्द होते नहीं, लेकिन नीतीश को नतीजे देखते हुए खुद ही अब संन्यास ले लेना चाहिए, केंद्र की राजनीति चाहें तो करते रहें।

Read More

क्या लालू और उनकी पार्टी का राजनीतिक शुद्धिकरण कर रहे हैं तेजस्वी?

ऐसा पहली बार है जब बिहार के चुनाव में बात नौकरी और रोजी-रोटी की हो रही है और ये सब उस पार्टी से हो रही है जिसके सरकार पर बिहार में जंगलराज लाने का आरोप लगाया जाता रहा है. अचानक से चुनावी पोस्टर-बैनर और पर्चे से लालू का गायब हो जाना क्या सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है या फिर राजद में लालू युग का ‘द एंड’ हो गया है?

Read More