इंदौर: किसान संगठनों ने किया रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन, नये कृषि कानून रद्द करने की मांग


इंदौर। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 फरवरी को देशभर में रेल रोको आंदोलन और प्रदर्शन की घोषणा के तहत इंदौर में भी किसान संगठनो ने आज इंदौर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन कर किसान कानून वापस लिए जाने की मांग की।

प्रदर्शनकारी रेलवे स्टेशन के अंदर जाकर मालवा एक्सप्रेस को रोकना चाहते थे लेकिन स्टेशन पर 500 से ज्यादा पुलिस तैनात कर कार्यकर्ताओं को स्टेशन में प्रवेश से रोका गया उसके बाद कार्यकर्ताओं ने स्टेशन पर ही करीब 1 घंटे धरना दिया और सभा की। इससे पूर्व कार्यकर्ताओं ने लक्ष्मी बाई नगर रेलवे स्टेशन पर भी प्रदर्शन किया तथा ट्रेन के सामने खड़े होकर नारेबाजी की।

आज का यह प्रदर्शन किसान संघर्ष समिति, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की इंदौर इकाई ,किसान खेत मजदूर संगठन और एटक ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था। प्रदर्शन का नेतृत्व रामस्वरूप मंत्री, रूद्र पाल यादव, प्रमोद नामदेव ,दिनेश कुशवाह और अजय यादव ने किया। प्रदर्शनकारियों ने करीब 1 घंटे तक रेलवे परिसर में नारेबाजी की और तीनों क्रृषि कानून तथा श्रम संहिता वापस लिए जाने की मांग की।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि तीनों कृषि कानून जहां खेती किसानी को बर्बाद करने वाले हैं वही पूंजीपतियों की दौलत बढ़ाएंगे। वक्ताओं ने घोषणा की कि जब तक तीनों काले कानून वापस नहीं लिए जाते तब तक आंदोलन तेज किया जाएगा और अब हम गांव गांव जाकर किसानों को जगाने का काम करेंगे।

सभा को सोहनलाल शिंदे ,रूद्र पाल यादव ,रामस्वरूप मंत्री, प्रमोद नामदेव और अजय यादव ने संबोधित किया। प्रदर्शन में प्रमुख रूप से भरत सिंह यादव, छेदी लाल यादव, सत्यनारायण वर्मा, जयप्रकाश गुगरी, सोनू शर्मा, विजय सोलंकी, रमेश झाला, मोहम्मद अली सिद्धकी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।


संयोजक, किसान संघर्ष समिति मालवा निमाड़
9425902303


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