हाशिये पर पड़े समझदारों के लिए कुछ सबक
हाशिया अभी-अभी कुछ ज्यादा चौड़ा हुआ है। अकसर केंद्र तक टहल मार आने वाले तमाम लोगों में से कई परिधि पर धकेल दिए गए हैं। मेरी चिंता उन्हें लेकर नहीं …
Read MoreJunputh
हाशिया अभी-अभी कुछ ज्यादा चौड़ा हुआ है। अकसर केंद्र तक टहल मार आने वाले तमाम लोगों में से कई परिधि पर धकेल दिए गए हैं। मेरी चिंता उन्हें लेकर नहीं …
Read Moreलोकसभा चुनाव में बनारस से नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी पर बीबीसी को दिए अपने साक्षात्कार के कारण अचानक चर्चा में आए हिंदी के वरिष्ठ लेखक काशीनाथ सिंह शहर के उन …
Read More(इस श्र्ंखला को आरंभ में 12 किस्तों में प्रस्तुत करने की योजना थी, लेकिन बीच में कुछ मित्रों का सुझाव आया कि पोस्ट बहुत छोटी लग रही है। इसे और …
Read Moreप्रो. विद्यार्थी चटर्जी सभी दिशाओं से सदियों से अन्वेषकों और व्यापारियों को अपने यहां खींचने वाले इस द्वीप पर यदि मैं नहीं आता तो मोहम्मदअमीन की दास्तान से अनजान रह …
Read Moreप्रो. विद्यार्थी चटर्जी बहरहाल, एक बार फिर चंद्रेश पर लौटते हैं। उसने एक दिन मुझसे पूछा कि क्या मैं इस जज़ीरे के आखिरी छोर पर उसकी खरीदी एक प्रॉपर्टी देखना …
Read Moreप्रो. विद्यार्थी चटर्जी यदि आप अश्वेत अफ्रीकियों से बात करें तो कई बार आपको यह अहसास होगा कि वे अफ्रीका में बसे भारतीयों को पसंद नहीं करते। वे अकसर आपसे …
Read Moreप्रो. विद्यार्थी चटर्जी आइए, ऐसी ही एक और जि़ंदगी से आपको मिलवाते हैं। मेरे जैंजि़बार आने से कुछ माह पहले यहां एक किताब का लोकार्पण हुआ था। उससे पहले नैरोबी …
Read Moreप्रो. विद्यार्थी चटर्जी जैंजि़बार का समाज परंपरा और आधुनिकता के दो स्तंभों पर टिका है। ये दोनों एक-दूसरे से संघर्ष में नहीं, बल्कि परस्पर पूरक हैं। कभी-कभार ऐसा रहस्यमय और …
Read Moreप्रो. विद्यार्थी चटर्जी भारत में हम जब पूर्वी अफ्रीका की बात करते हैं, तो हमारे दिमाग में अनायास तंज़ानिया, केन्या और उगांडा की तस्वीर उभर आती है। ऐसा इसलिए है …
Read Moreप्रो. विद्यार्थी चटर्जी चंद्रेश मुझे एक दिन वहां के आर्य समाज मंदिर ले गया। दीवारों पर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायकों गांधी, तिलक, टैगोर, पटेल, लाला लाजपत राय से लेकर …
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