राष्ट्रपति भवन तक कांग्रेस के मार्च को नहीं मिली इजाज़त, प्रियंका सहित कई नेता गिरफ्तार


विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन के समर्थन में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के सांसद विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च कर राष्ट्रपति को 2 करोड़ हस्ताक्षर का एक ज्ञापन सौंपने वाले थे किंतु दिल्ली पुलिस ने उससे पहले ही प्रियंका गांधी सहित दूसरे कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रियंका गांधी ने कहा-

सरकार सिर्फ 5 साल के लिए या 6 साल के लिए नहीं चल सकती, अगर आप विपक्ष को हर चीज के लिए जिम्मेदार ठहराएंगे। अन्नदाता की आवाज को सुनना सरकार की जिम्मेदारी है। किसानों की मांगों को सुन कर ही किसानों की समस्या का हल निकालेगा।

पुलिस का कहना है कि उन्हें इस मार्च की अनुमति नहीं दी गयी है। कांग्रेस कार्यालय के बाहर धारा 144 लगा दी गयी है जिसके विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं।

प्रियंका गांधी ने कहा –

सरकार को किसानों की आवाज सुननी चाहिए , यह लोकतंत्र है, जिन जवानों की बात वे करते हैं वे इन्हीं के बच्चे हैं …

उधर राहुल गांधी ने राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा – “किसान पीछे नहीं हटेंगे, देश देख रहा है कि देश इस कानून के खिलाफ खड़ा है… जिस तरह से यह कानून पास किया गया वह गलत है… मैंने कोरोना के बारे में बोला था, मेरी बात नहीं मानी. किसान के आगे कोई नहीं टिकेगा…न बीजेपी न आरएसएस.

राष्ट्रपति से तीन नेताओं को मुलाकात के लिए जाने की परमिशन दे दी गई थी।

कांग्रेस के राष्ट्रपति भवन मार्च से पहले पार्टी मुख्यालय के पास धारा 144 लगा दी गई थी। चाणक्यपुरी थाने की एसीपी प्रज्ञा ने कहा केवल उन्हें ही राष्ट्रपति भवन जाने दिया जाएगा जिनको जाने की अनुमति मिली है।

इससे पहले आज सुबह राहुल गाँधी ने कांग्रेस मुख्यालय में अपने उन सांसदों से मुलाकात की जिनके साथ वे राष्ट्रपति भवन तक जाना चाहते थे। राष्ट्रपति भवन तक ले जाने के लिए दो मिनी ट्रकों में रखे गए पौने दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर कांग्रेस राष्ट्रपति को सौंपना चाहती थी। मार्च की इजाजत न मिलने और कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धारा 144 लगाए जाने से ये दोनों ट्रक फिलहाल वहीं खड़े हैं।

कांग्रेस मुख्यालय के पास धारा 144 लगाने को लेकर दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। चौधरी ने ट्वीट कर कहा, ‘राहुल गांधी से नरेंद्र मोदी सरकार इतनी डरती क्यों है? किसानों की आवाज सुनने में इनको इतनी घबराहट क्यों होती है?’ केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस डेलिगेशन को राष्ट्रपति से मिलने जाने नहीं दे रही दिल्ली पुलिस, यह हमारे अधिकारों का उल्लंघन है, मुख्य विपक्षी दल होने के कारण हमें अपनी बात कहने का अवसर मिलना ही चाहिए।


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