टाइम्स ग्रुप की मूल कंपनी ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) ने न्यूज़ वेबसाइट और मीडिया वाचडॉग ‘न्यूजलॉन्ड्री‘ पर 13.7 मिलियन डॉलर का मानहानि का केस किया है. पत्रकारों को सुरक्षा देने के उद्देश्य से बनाई गई कमिटी सीपीजे ने इस मुकदमे को फौरन वापस लेने की मांग की है. सीपीजे ने कहा है कि भारतीय मीडिया समूह बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड (BCCL) ने मीडिया की निष्पक्षता में विश्वास रखने वाली वेबसाइट ‘न्यूजलॉन्ड्री’ पर मानहानि की याचिका दायर कर अपनी ही गरिमा को नुकसान पहुंचाया है.
BCCL ने 19 जनवरी को मुंबई उच्च न्यायालय में एक मानहानि की याचिका दायर करते हुए निजी न्यूज वेबसाइट न्यूजलॉन्ड्री से एक अरब रुपए (13.7 मिलियन अमरीकी डॉलर) के हर्जाने की मांग की है. यह जानकारी CPJ को न्यूजलॉन्ड्री के सह-संथापक अभिनन्दन सेखरी ने फ़ोन पर एक साक्षात्कार में दी.
बॉम्बे हाईकोर्ट में BCCL द्वारा दाखिल शिकायत याचिका के जवाब के लिए अदालत ने न्यूजलॉन्ड्री को दो सप्ताह का समय दिया था. अपनी याचिका में BCCL ने न्यूजलॉन्ड्री को भविष्य में टाइम्स समूह से जुड़ी कोई भी नकारात्मक खबर करने पर रोक लगाने और कम्पनी पर किये गये ऑनलाइन शो के लिंक को हटाने की मांग की है.
दरअसल, न्यूजलॉन्ड्री ने अपने चर्चित कार्यक्रम ‘टीवी न्यूज़सेन्स’ कार्यक्रम के बीते साल 10 अक्तूबर के एपिसोड में एंकर मनीषा पांडे ने टाइम्स नाउ और टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा रिया चक्रबर्ती के बारे में की गई रिपोर्टिंग की आलोचना की थी जिस पर कंपनी ने अपनी बदनामी का आरोप लगाकर यह केस दायर किया है.
सीपीजे ने अपने रिव्यु में ऐसा कुछ नहीं पाया है जैसा कि बीसीसीएल ने अपनी शिकायत में कहा है.