कोरोना से जुड़ी भ्रामक सूचना फैलाने के लिए स्वामी रामदेव और आजतक पर FIR की अर्ज़ी


अहमदाबाद के वेजलपुर थाने में स्वामी रामदेव के खिलाफ़ एक शिकायत दर्ज करायी गयी है। शिकायत में कहा गया है कि योग गुरु ने 25 अप्रैल को दिन में 12 बजे आजतक चैनल पर कोरोना से बचाव के झूठे नुस्खे प्रचारित किये और लोगों को दिग्भ्रमित किया।

कांग्रेस पार्टी में अनुसूचित जाि प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक हितेंद्र पिथाडिया ने पुलिस में दरख्वास्त दी है कि स्वामी रामदेव के खिलाफ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कानून की धारा 52 और 54, भारतीय दंड संहिता की धारा 401 (1)(बी) और आइटी कानून की धारा 66 (डी) के तहत रामदेव के खिलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की जाय।

अपनी शिकायत मे हितेंद्र ने आजतक चैनल पर 25 अप्रैल को प्रसारित कार्यक्रम “#Covid19 का क्या है रामबाण इलाज?” का हवाला देते हुए बताया है कि बाबा रामदेव ने कोरोना के प्रति प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए नाक में सरसों का तेल डालने की सलाह दी थी।

उन्होंने लिखा है कि प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो के फैक्ट चेक के अनुसार सरसों का तेल इस्तेमाल करने के नुस्खे को निराधार बताया गया है। उसी तरह 10 सेकंड तक सांस रोक कर ये पता करना कि कोरोना के लक्षण हैं या नहीं, इसे भी पीआइबी फैक्ट चेक ट्विटर हैंडिल ने गलत बताया है। इसके बावजूद स्वामी रामदेव ने टीवी पर ये नुस्खे लोगों को बताकर भ्रमित किया।

शिकायतकर्ता ने अपनी दलीलों के समर्थन में पीआइबी फैक्ट चेक के स्क्रीनशॉट भी लगाये हैं जिनमें स्वामी रामदेव के बताये दावे गलत साबित होते हैं। साथ ही शिकायत में उन्होंने आजतक पर प्रसारित उक्त वीडियो भी नत्थी किया है।

शिकायतकर्ता ने झूठी जानकारी फैलाने के आरोप में सम्बद्ध धाराएं लगाकर रामदेव पर एफआइआर करने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि उक्त शिकायत को ही तहरीर मानते हुए एफआइ आर की तरह बरता जाए और मामले की जांच कर के बाबा रामदेव और आजतक चैनल के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कर उचित कार्यवाही की जाए।


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6 Comments on “कोरोना से जुड़ी भ्रामक सूचना फैलाने के लिए स्वामी रामदेव और आजतक पर FIR की अर्ज़ी”

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