अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में 26 जनवरी को हर ज़िले में ट्रैक्टर रैली निकालने की घोषणा को नौटंकी बताया है। उन्होंने कहा कि अपनी पूर्वर्ती सरकार में अमिताभ बच्चन जैसे अरबपति अभिनेता को भी ग़रीब किसान का फ़र्ज़ी प्रमाणपत्र देने वालों को किसानों से हमदर्दी दिखाने का नैतिक अधिकार नहीं है।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुलायम सिंह सरकार में अमिताभ बच्चन को 17, क्लाइव रोड, इलाहाबाद का निवासी और बाराबंकी के दौलतपुर गांव की सैक्टर 702 की कृषि भूमि संख्या 676 की दो एकड़ खेती की ज़मीन का मालिक बनाने के लिए फ़र्ज़ी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था ताकि अमिताभ बच्चन महाराष्ट्र में अपने एक उद्योगपति मित्र के लिए किसान बन कर अपने नाम से ज़मीन ले सकें। उनके इस उद्योगपति मित्र को ही मोदी सरकार के कृषि विरोधी क़ानूनों से सबसे ज़्यादा लाभ होने वाला है।
किसान ऐसे उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के मोदी सरकार की नीतियों का ही विरोध कर रहे हैं। लिहाजा अखिलेश यादव को किसानों के समर्थन में बोलने से पहले अपने पिता मुलायम सिंह यादव द्वारा अमिताभ बच्चन को किसान साबित करने वाले फ़र्ज़ी दस्तावेज़ बनाने के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अखिलेश यादव को बताना चाहिए कि आज़म खान के मुद्दे पर उनकी पार्टी कब आंदोलन करेगी। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि आज़म खान के जेल में होने के बावजूद पिछले दिनों हुए उपचुनावों में उनका नाम सपा के स्टार प्रचारकों की सूची में डाल कर उनके ज़ख्म पर नमक क्यों छिड़का गया?