नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का रिलायंस के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा बढ़ता जा रहा है। रिलायंस पेट्रोल पंप और रिलायंस ट्रेंड्स के शोरूम बंद करवाने के बाद अब किसानों ने जिओ टावरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसान संगठनों ने कई जगहों पर जियो के टावरों की बिजली काट उन्हें बंद करना शुरू कर दिया है।
पंजाब की मीडिया चैनलों ने इस ख़बर को प्रमुखता से चलाया और प्रसारित किया।
खन्ना के गांव इकोलाहा में रविवार को ग्राम पंचायत और गांववासियों ने मिलकर गांव में लगे जियो के टावर की बिजली सप्लाई काटकर गेट को ताला लगा दिया है। इन लोगों का कहना है कि मोदी सरकार ने जिन लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए नए कृषि कानून लागू किए हैं, हम उनके ख़िलाफ़ इस तरह की मुहिम छेड़कर उनकी कमर तोड़ देंगे।
गांव के सरपंच मनदीप सिंह ने कहा-
दिल्ली में बैठे किसानों के समर्थन में इकोलाहा गांव में जिओ कंपनी के टावर की बिजली कनेक्शन काटा है। इसके बाद खन्ना व आसपास के इलाकों में लगे जिओ के टावरों को बंद कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आंदोलन दिल्ली में 23 दिन से जारी है। इसमें प्रदेश भर से 12 हजार से भी अधिक गांवों के किसान भाग ले रहे हैं। बीजेपी की केंद्र सरकार और समूची लीडरशिप सरासर झूठी व कॉरपोरेट घरानों की गुलाम है। यह हमेशा से ही किसानों के साथ दगा करती आई है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसान विरोधी कृषि कानूनों को पास कर किसानों का खून निचोड़ने पर तुली हुई है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जियो टावर को बंद करने वाले गांव के ही परविंदर सिंह ने कहा कि-
किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में धरने पर बैठे हैं। हमारा भी फर्ज बनता है कि किसानों के समर्थन में काम किया जाए।
केंद्र सरकार किसानों की मांगों को नहीं मान रही है। इसके पीछे अंबानी और अडानी का प्रैशर है। अब गांव-गांव में अंबानी और अडानी की कमर तोड़ने के लिए किसान एकजुट हो गए है।