यूरोपीय संसद की मानवाधिकार समिति का गृहमंत्री को पत्र, दमन और उत्पीड़न पर जतायी चिंता


यूरोपीय संसद की मानवाधिकार समिति के चेयरमैन मारिया एरीना की ओर से देश के गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र भेजा गया है। इस पत्र में हाल ही में किये गये मानवाधिकार रक्षकों की गिरफ्तारियों पर चिंता जतायी गयी है।

एरीना ने कैद किये गये भारतीय मानवाधिकार कर्मियों का बाकायदे नाम लेते हुए लिखा है कि यह बात चिंताजनक है कि भारत के गरीबों और वंचितों के लिए पैरोकारी करने की कीमत उत्पीड़न और दमन है, खासकर ज्यादा परेशान करने वाली बात है उन पर यूएपीए के तहत आतंकवाद के आरोप लगाना। उन्होंने लिखा है कि संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रक्रियाओं के अंतर्गत यह साफ़ तौर से मानवाधिकार के अंतरराष्ट्रीय मानकों का उल्लंघन है।

अपने पत्र में एरीना ने पत्रकार गौतम नवलखा, अकादमिक आनंद तेलतुम्बड़े सहित दिल्ली में नागरिकता संशाेधन कानून विरोधी आंदोलन में गिरफ्तार किये गये सफ़ूरा ज़रगर, गुलफ़िशा, ख़ालिद, मीरन, शर्जील इमाम आदि का नाम लिया है।

पूरा पत्र नीचे पढ़ा जा सकता है।

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6 Comments on “यूरोपीय संसद की मानवाधिकार समिति का गृहमंत्री को पत्र, दमन और उत्पीड़न पर जतायी चिंता”

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