सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट के तत्वावधान में चौबेपुर, वाराणसी के भंदहा कला ग्राम स्थित प्रशिक्षण केंद्र पर आयोजित युवाओं का दो दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर रविवार को सम्पन्न हुआ। शिविर में पूर्वांचल के तीन जिलों के कुल 35 प्रतिभागी सम्मिलित हुए।
शिविर में प्रशिक्षक के रूप में बोलते हुए सामाजिक कार्यकर्त्ता एवं लोकसमिति के संयोजक नंदलाल मास्टर ने कहा कि एक सामाजिक कार्यकर्ता को जाति, धर्म, संप्रदाय, लिंग, आर्थिक स्थिति जैसे अवरोधों को त्यागते हुए समाज के मुद्दों पर अपनी समझ बनानी चाहिए उसके बाद क्रमशः सामूहिक कोशिश से समस्याओं का समाधान खोजने की दिशा में आगे बढना चाहिए। उसे एक उत्प्रेरक की भूमिका निभानी चाहिए और लोगों को जागरूक करना चाहिए।
आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, न्याय जैसे मुद्दों पर संगठित करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं को बड़ी भूमिका लेनी होगी जिससे सभी का जीवन खुशहाल हो।
सामाजिक कार्यकर्ता महेश कुमार ने कहा कि आज युवा पीढ़ी दिग्भ्रमित है। उनकी समाज के प्रति कुछ कर्तव्य और जिम्मेदारियां हैं जिनका निर्वहन करने के लिए उन्हें अपने अधिकारों के साथ साथ कर्तव्यों को भी समझना पड़ेगा। इसी उद्देश्य से ऐसे प्रशिक्षणों का आयोजन किया जा रहा है जिसको अन्य क्षेत्रों में भी बढ़ाने की जरूरत होगी।
प्रशिक्षण शिविर में महेंद्र राठोर ने संगठन निर्माण, अमित कुमार ने गुणवतापूर्ण शिक्षा, दीन दयाल सिंह ने रोचक शिक्षण पद्धति और डॉ इंदु पाण्डेय ने लैंगिक समानता जैसे मुद्दों पर संबोधित किया। आयोजन में प्रदीप सिंह, सौरभ, राजेश, आंचल, दीपक, रैनी, सुनीता, रचना आदि का विशेष योगदान रहा।