संयुक्त किसान मोर्चा प्रेस नोट
110वां दिन, 15 मार्च 2021
आज कॉरपोरेट विरोधी व निजीकरण विरोधी दिवस मनाया गया। पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस में बढ़ रही कीमतों के खिलाफ आज अनेक ट्रेड यूनियन, छात्र संगठन, किसान संगठन व अन्य जन अधिकार संगठनों ने रेलवे स्टेशनों पर हड़ताल कर अपने मांग पत्र सौपें। इस संबंध में प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन पत्र दिए गए।
आज संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद के 46वें सत्र के संबोधन में संयुक्त किसान मोर्चा के डॉ. दर्शन पाल ने ज़ोर देकर कहा कि किसान जिन 3 केंद्रीय कानूनों का विरोध कर रहे है, वे कानून संयुक्त राष्ट्र के “किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के अन्य कामगारों के अधिकारों की घोषणा” का उल्लंघन करते हैं। भारत इस अंतर्राष्ट्रीय घोषणापत्र का एक हस्ताक्षरकर्ता है।
आज मेवात के सूनेहड़ा-जुरेहड़ा बॉर्डर पर शहीद हसन खान मेवाती के शहादत दिवस पर किसान महापंचायत आयोजित की गई। मेवात के लोगों का शुरू से ही इस आन्दोलन में सहयोग रहा है। आज आयोजित सभा मे आये लोगों ने आगे भी सहयोग जारी रखने का वादा किया। मेवात के राजा हसन खान मेवाती बाबर की सेना से लड़ते हुए 15 मार्च 1527 के दिन शहीद हुए थे। यह लड़ाई इस क्षेत्र की कुर्बानी बयान करती है। राजा के साथ मेवात के हजारों लोग भी इस लड़ाई में शहीद हुए थे। मेवाती महिलाओं की भारी भागीदारी निश्चित तौर पर यह बताती है कि किसान आन्दोलन अब जनांदोलन बन चुका है।
19 मार्च 2021 को, पंजाब में बटाईदार किसानों के ऐतिहासिक संघर्ष की याद करते हुए मुजारा लहर शहादत दिवस को संयुक्त किसान मोर्चा FCI द्वारा खरीद व गुणवत्ता मानकों के परिवर्तित मानदंडों के प्रति प्रतिरोध व्यक्त किया जाएगा। यह बदलाव खरीफ विपणन सीजन 2021 के लिए FCI द्वारा निर्धारित किये जा रहे हैं। SKM समझता है कि ये सुनियोजित खरीद तंत्र को खत्म करने और पंजाब के किसानों को दंडित करने के लिए भारत सरकार की नई रणनीति हैं।
उत्तराखंड से चली किसान मजदूर जागृति यात्रा पलिया होते हुए संघाई पहुंची। यात्रा को भारी जनसहयोग मिल रहा है। कर्नाटक के बसवाकल्याण से बेलारी तक किसानों द्वारा पैदल मार्च किया जा रहा है। छोटी बैठकों व गांव की कमेटियों के माध्यम से आन्दोलन पूरे राज्य में फैल रहा है। हरियाणा के जाखल में एक महापंचायत में पुरुष और महिला किसानों की बड़ी भागीदारी देखी गयी।
डॉ. दर्शन पाल
संयुक्त किसान मोर्चा