आजादी के अमृत वर्ष में ‘क्रांतिकारियों के मास्साब’ को गुमनामी से निकालने के लिए आमरण अनशन

गेंदालाल दीक्षित और क्रांतिकारियों को लेकर काम करने वाले दस्तावेजी फ़िल्म निर्माता और अवाम का सिनेमा के जरिये क्रांतिकारियों और समाज की सही तस्वीर सामने लाने वाले शाह आलम अभियान शुरू कर रहे हैं।

Read More

बस्ती: आज़ादी के भूले-बिसरे नायकों पर शोध करने वाले फिल्मकार शाह आलम के परिवार पर दबंगों का हमला

दस्‍तावेज़ी फिल्‍मकार शाह आलम के परिवार पर गुरुवार देर शाम दबंगों ने हमला किया। हमले में समूचे परिवार को घर में घुस कर मारा पीटा गया। शह आलम ने फेसबुक …

Read More

बीहड़ में साइकिल: चंबल के गुमनाम क्रांतिवीरों और बागियों की एक तलाश

आजादी के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले चंबल के गुमनाम नायकों को अकेले जानने के लिए ही नहीं, इस इलाके की सामाजिक-सांस्कृतिक-आर्थिक स्थिति को भी समझने के लिए ‘बीहड़ में साइकिल’ एक जरूरी दस्तावेज है। चंबल पर जो लोग गहन शोध करना चाहते हैं, उनके लिए भी यह किताब एक आधार का काम करेगी।

Read More