![](https://junputh.com/wp-content/uploads/2022/01/800px-Journalist_documenting_events_at_the_Independence_square._Clashes_in_Ukraine_Kyiv._Events_of_February_18_2014.-1h51ac4-348x215.jpg)
पत्रकारिता @2021: निरंकुश सत्ताओं के बर्बर उत्पीड़न के बीच अदम्य साहस की गाथाएं
सीपीजे ने 1 दिसंबर 2021 तक ऐसी 19 हत्याओं को दर्ज किया है जिसमें पत्रकारों को उनके काम के बदले में मारा गया। इसमें शीर्ष स्थान भारत का रहा जहां चार पत्रकार अपने काम के चलते मारे गए। एक और की मौत एक प्रदर्शन कवर करने के दौरान हुई। कुल छह हत्याएं भारत में दर्ज की गयीं जिसके बाद पत्रकारिता के लिए चार सबसे खराब देशों में भारत का नाम भी शामिल हो गया।
Read More