स्मृतिशेष: समाजवाद के खांटी पहरुए रामअवधेश सिंह का जाना

बिहार के भोजपुर जिले के एक पिछड़े हुए गांव में 18 जून 1937 को जन्मे रामअवधेश सिंह ने राजनीति में अपने बूते जगह बनाई थी. वह 1969 में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में आरा विधानसभा क्षेत्र से चुन कर बिहार विधानसभा आये. 1977 में बिक्रमगंज लोकसभा क्षेत्र से संसद के लिए चुने गए.

Read More

बिहार चुनाव आते ही प्रतिबंधित रणवीर सेना को एक बार फिर कौन हवा दे रहा है?

ऐसा कोई भी शख्स जिसने इस संगठन की यात्रा पर गौर किया होगा और उत्तर भारत की वर्चस्वशाली जाति के साथ उसके नाभिनालबद्ध रिश्ते को देखा होगा, वह जानता होगा कि आज भी सत्ताधारी हलकों में उसका कितना रसूख है।

Read More

दक्षिणावर्त: जेपी के चेलों से पुष्पम प्रिया चौधरी तक बिहार की यंग और डार्क कॉमेडी

एक बूढ़ा निजाम को हिलाता है और उसके फल से तीन ज़हरीले फल पैदा कर जाता है। आज जब बिहार अपने सवाल तलाश रहा है, तो उसके पास एक भ्रष्टाचारी बाप के पूत, एक एनजीओवादी महिला और एक देशद्रोह के आरोपित के अलावा कोई युवा विकल्प तक नहीं है।

Read More

बिहार के मुख्यमंत्री को COVID-19 से उपजी परिस्थिति में बाल अधिकार संरक्षण के लिए ज्ञापन

राइट टू एजुकेशन फोरम (आरटीई फोरम) की बिहार इकाई ने गणमान्य एवं प्रमुख नागरिकों के साथ मिलकर एक पत्र के माध्यम से कोविड–19 महामारी से उपजी परिस्थितियों में बच्चों के अधिकारों के संरक्षण की ओर राज्य …

Read More

बिहार: क्वारंटीन सेंटर में अनियमितता के खिलाफ आवाज़ उठाने पर मजदूरों की पिटाई

बिहार का पुलिस-प्रशासन क्वारंटीन केन्द्रों में व्याप्त अनियमितता की सच्चाई को छिपाने की कितनी भी कोशिश क्यों ना करे, लेकिन इन अनियमितताओं का विरोध करने पर मजदूर के टूटे हाथ और शरीर पर लाठियों के निशान की तस्वीर सच बयां कर ही देती है।

Read More