प्रवासी मजदूरों को घर वापस लाने के लिए सरकार द्वारा चलायी गयी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें लाश उगल रही हैं। बुधवार सुबह मुम्बई से बनारस के मंडुआडीह स्टेशन पर पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन से दो लाशें निकली हैं। मृतक जौनपुर और आज़मगढ़ के हैं। एक 20 वर्षीय विकलांग है और दूसरा 63 वर्षीय बुजुर्ग।
ट्रेन से लाश बरामद होते ही हड़कम्प मच गया। चूंकि बनारस आ रही ट्रेनों को मंडुआडीह में ही रोका जा रहा है, लिहाजा वहां कोविड-19 संक्रमण की जांच और पीपीई किट सहित कर्मचारियों की व्यवस्था भी है। इन लाशाें को ट्रेन से पीपीई किट पहने कर्मचारियों ने निकाला, उसके बाद इन्हें सैनिटाइज़ किया गया।
दोनों लाशाें के सैनिटाइज़ेशन का काम पूरा हो चुका है। जीआरपी थाने के एसएचओ ने फोन पर बताया कि एक व्यक्ति 20 साल का विकलांग है। इसकी पहचान जौनपुर के बदलापुर स्थित गांव लालापुरा निवासी दशरथ प्रजापति के रूप में की गयी है। यह व्यक्ति सूरत में काम करता था।

जनपथ को जो दो तस्वीरें मिली हैं, एसएचओ के मुताबिक वे एक ही व्यक्ति की हैं जो विकलांग है और जौनपुर का है।

एसएचओ के मुताबिक दूसरी लाश आज़मगढ़ के रामरतन रघुनाथ की है। इसका निवास पता हैः ‘ए’ विंग, रूम नंबर 43, आकाशदीप हाउसिंग सोसायटी, आयकर ब्लॉेक, अस्मिता भवन, लिंकरोड, जोगेश्वरी पूर्व, मुंबई। इसकी उम्र 63 बतायी गयी है।
पुलिस के मुताबिक किसी एक नंबर से यह व्यक्ति लगातार बात कर रहा था जिसमें इसने अपना मूलनिवास आज़मगढ़ बताया है लेकिन गांव आदि का पता अभी नहीं चल सका है।
बाकी विवरण आते ही ख़बर अपडेट की जाएगी।
इससे पहले भी श्रमिक ट्रेनों में मजदूरों की मौत की खबर आ चुकी है।