दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में जन आन्दोलनों के राष्ट्रीय समन्वय की नेता मेधा पाटकर और मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. संदीप पांडे के नेतृत्व में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश विभिन्न जिलों के विभिन्न संगठनों के अधिक से अधिक प्रतिनिधियों ने दिल्ली आकर किसान आंदोलन का समर्थन किया।
8 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर 9 जनवरी को राजस्थान हरियाणा बॉर्डर (शाहजहांपुर बॉर्डर )10 हरियाणा दिल्ली टिकरी बॉर्डर 11 जनवरी को दिल्ली हरियाणा सिंघू बॉर्डर पहुंच कर किसानों के धरने का समर्थन किया।
जन आंदोलनों की राष्ट्रीय समन्वय की नेता मेधा पाटेकर ने कहा:
दिल्ली के चारों तरफ बैठे किसान पूरे भारत के किसानों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह लड़ाई अडानी अंबानी जैसे पूंजीपतियों के साम्राज्य जिसको मोदी जी चला रहे के खिलाफ है। अन्नदाता किसान की तरफ से १३ व १४ जनवरी को तिलकुट बाँटने के लंगर के कार्यक्रम चलाये जायेंगे। 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर किसानों के समर्थन में कार्यक्रम किए जाएंगे और 26 जनवरी को दिल्ली में होने जा रहे बड़े किसान आंदोलन के समर्थन में देशभर के किसान समर्थन में विरोध प्रदर्शन करेंगे।
सोशलिस्ट पार्टी इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ संदीप पांडे ने कहा:
पंजाब में जो न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलता है वह पूरे देश के किसानों को मिलना चाहिए जिससे पूरे देश के किसान खुशहाल हो सकें।
संदीप पांडे ने कहा-
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के शासन में छुट्टा जानवरों ने किसानों को तबाह कर दिया है। पिछले दिनों हरदोई ज़िले में किसान जब छुटा गायों को गोशाला ले जाना चाहते थे तो भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों ने गाँव वालों के साथ मारपीट की। लेकिन आज तक पुलिस ने उनके खिलाफ कोइ भी मामला दर्ज नही किया है, अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धारा लगाना तो दूर की बात है। जब देश के किसान 26 जनवरी को दिल्ली में किसान प्रवेश करेंगे तो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मुख्यमंत्री आवास पर गायों को बांधने किसान पहुचेंगे।
नर्मदा बचाओं आन्दोलन के किसानों ने ढोल नगाड़े और नाच गाने के साथ जुलूस निकल कर आन्दोलन का समर्थन किया।
जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय व लोक राजनीति मंच द्वारा जारी