गृहमंत्री अमित शाह दो दिन की यात्रा पर आज पश्चिम बंगाल पहुंचे हैं और इस यात्रा के दौरान सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। आज अमित शाह की मौजूदगी में टीएमसी के ग्यारह विधायक, एक सांसद और एक पूर्व सांसद बीजेपी में शामिल हो गये।
अमित शाह की मौजूदगी में जिन विधायकों ने बीजेपी की सदस्यता ली उनमें तृणमूल कांग्रेस और राज्य मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ने वाले प्रभावशाली नेता सुवेंदु अधिकारी के अलावा तापसी मंडल, अशोक दिंडा, सुदीप मुखर्जी, सैकत पांजा, बैरकपुर के विधायक शीलभद्र दत्ता, कंथी उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बनश्री मैती, सुकरा मुंडा, श्यामपद मुखर्जी, दीपाली बिस्वास और बिश्वजीत कुंडू शामिल हैं।
टीएमसी सांसद सुनील मंडल भी भाजपा में शामिल हुए हैं।
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा:
जब विधानसभा चुनाव का परिणाम आएगा तो बीजेपी 200 सीटों के साथ सरकार बनाएगी। टीएमसी के वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। दीदी, बीजेपी पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाती है, लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब उन्होंने टीएमसी बनाने के लिए कांग्रेस छोड़ी, तो क्या ये पार्टी तोड़ना नहीं था। अभी तो ये शुरुआत है। चुनाव आने तक ममता दीदी अकेले रह जाएंगी।
तृणमूल कांग्रेस से सुवेंदु अधिकारी के इस्तीफा देने के बाद गृह मंत्रालय ने उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला लिया था।सुवेंदु अधिकारी ने ऐलान किया कि इस बार बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल की बजाय बीजेपी नंबर वन पार्टी बनेगी।
इससे पहले अमित शाह ने शनिवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी खुदीराम बोस को पश्चिमी मिदनापुर स्थित उनके पैतृक गांव जाकर श्रद्धांजलि दी। शाह ने बोस के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें माला पहनाकर सम्मानित किया।
शाह ने कहा, “यह मेरा सौभाग्य है कि मैं महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी खुदीराम बोस के घर की मिट्टी को अपने माथे से स्पर्श कर पाया। बोस खुशी-खुशी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के लिए बलिदानी देने को फांसी पर चढ़ गए।”