बेरोजगारी, महंगाई समेत ज्वलंत मुद्दों पर किसान-मजदूर-नौजवान अधिकार यात्रा शुरू


पूर्वांचल किसान यूनियन के बैनर तले बेरोजगारी, महंगाई समेत किसानों, मजदूरों के ज्वलंत मुद्दों को लेकर किसान मजदूर नौजवान अधिकार यात्रा का आगाज आजमगढ़ स्थित गांधी प्रतिमा से हुआ। तमाम युवा व अन्य संगठनों ने यात्रा का समर्थन किया है।

आजमगढ़ से वाराणसी तक 150 किमी की यात्रा में हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, देश भर में एक करोड़ रिक्त पड़े पदों को भरने, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी, किसानों को मुफ्त बिजली, संविदा व आउटसोर्सिंग व्यवस्था खत्म करने और संविदा कर्मचारियों को नियमित करने, मनरेगा में कम से कम 200 दिन काम की गारंटी, पुरानी पेंशन बहाली, गेहूं व धान का समर्थन मूल्य 4000 और गन्ना का 700 रुपये प्रति कुंतल करने, किसानों को सस्ता खाद बीज आदि मुहैया कराने, लाभदायक सार्वजनिक ईकाइयों के निजीकरण पर रोक लगाने, किसानों को 5 लाख तक ब्याज मुफ्त कर्ज जैसे ज्वलंत मुद्दों उठाया गया है। यात्रा का नेतृत्व पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगी राज सिंह, महासचिव वीरेन्द्र यादव, भगतसिंह यूथ फ्रंट के अध्यक्ष हरीश मिश्रा उर्फ वनारस वाले मिश्रा जी, अजय पटेल ने किया। यात्रा का समर्थन युवा मंच के प्रदेश संयोजक राजेश सचान, रिहाई मंच के राजीव यादव, मऊ की पूर्व चेयरमैन राणा खातून समेत कई संगठनों के प्रतिनिधियों ने किया।

यात्रा शुरू होने के मौके पर गांधी प्रतिमा पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार और योगी सरकार की जनविरोधी नीतियों से आम जनता त्रस्त है; प्रदेश व देश में बेकारी व महंगाई चरम पर है; सरकार की जनविरोधी नीतियों से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं; कारपोरेट घरानों को लूट व मुनाफाखोरी की खुली छूट दे दी गई है जबकि खेती किसानी, व्यापार, कुटिल व छोटे मझोले उद्योग-धंधे सब कुछ चौपट हो रहा है; और देश में अघोषित आपातकाल जैसे हालात हैं और शांतिपूर्ण तरीके से जनमुद्दों को उठाने की भी प्रदेश में इजाजत नहीं दी जा रही है। वक्ताओं ने सीबीआइ, ईडी के दुरुपयोग को रोकने और यूएपीए, देशद्रोह जैसे काले कानूनों को खत्म करने की भी मांग की।

यात्रा में पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगी राज सिंह, महासचिव वीरेन्द्र यादव, भगतसिंह यूथ फ्रंट के अध्यक्ष हरीश मिश्रा उर्फ वनारस वाले मिश्रा जी, युवा मंच के प्रदेश संयोजक राजेश सचान, रिहाई मंच के राजीव यादव, मऊ की पूर्व चेयरमैन राणा खातून, अजय पटेल, गणेश शर्मा, बेलाल हाशिम अंसारी, दिनेश विश्वकर्मा, राकेश, मंटू, चंद्र प्रकाश छोटू पटेल, सुनील, जय सिंह, संजय गौतम समेत तमाम संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।


वीरेंद्र यादव, महासचिव पूर्वांचल किसान यूनियन द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति


About जनपथ

जनपथ हिंदी जगत के शुरुआती ब्लॉगों में है जिसे 2006 में शुरू किया गया था। शुरुआत में निजी ब्लॉग के रूप में इसकी शक्ल थी, जिसे बाद में चुनिंदा लेखों, ख़बरों, संस्मरणों और साक्षात्कारों तक विस्तृत किया गया। अपने दस साल इस ब्लॉग ने 2016 में पूरे किए, लेकिन संयोग से कुछ तकनीकी दिक्कत के चलते इसके डोमेन का नवीनीकरण नहीं हो सका। जनपथ को मौजूदा पता दोबारा 2019 में मिला, जिसके बाद कुछ समानधर्मा लेखकों और पत्रकारों के सुझाव से इसे एक वेबसाइट में तब्दील करने की दिशा में प्रयास किया गया। इसके पीछे सोच वही रही जो बरसों पहले ब्लॉग शुरू करते वक्त थी, कि स्वतंत्र रूप से लिखने वालों के लिए अखबारों में स्पेस कम हो रही है। ऐसी सूरत में जनपथ की कोशिश है कि वैचारिक टिप्पणियों, संस्मरणों, विश्लेषणों, अनूदित लेखों और साक्षात्कारों के माध्यम से एक दबावमुक्त सामुदायिक मंच का निर्माण किया जाए जहां किसी के छपने पर, कुछ भी छपने पर, पाबंदी न हो। शर्त बस एक हैः जो भी छपे, वह जन-हित में हो। व्यापक जन-सरोकारों से प्रेरित हो। व्यावसायिक लालसा से मुक्त हो क्योंकि जनपथ विशुद्ध अव्यावसायिक मंच है और कहीं किसी भी रूप में किसी संस्थान के तौर पर पंजीकृत नहीं है।

View all posts by जनपथ →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *