होमियोपैथी दिवस: कहीं आप उपचार की सहज, सरल, सस्ती, प्रामाणिक विधि से महरूम न रह जाएं!

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी “ट्रेडिशनल मेडिसिन इन एशिया” नाम से एक मोनोग्राफ प्रकाशित कर होमियोपैथी एवं अन्य आयुष पद्धतियों की प्रासंगिकता को स्वीकार किया है। संगठन ने इस वर्ष (2025) विश्व स्वास्थ्य दिवस के संदेश के रूप में “स्वस्थ्य शुरुआत- आशापूर्ण भविष्य” की बात की है।

Read More

तन मन जन: कोरोनाकाल में आम लोगों की जान बचाती होमियोपैथी एवं आयुष पद्धतियां

भारत जैसे गरीब व विकासशील देश में सस्ती, सुलभ एवं सरल वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति की मान्यता को लेकर सरकार व अधिकारियों आदि के नकारात्मक रवैये के पीछे मैं उनके एलोपैथिक माइन्डसेट को जिम्मेवार मानता हूं। मेरा अनुभव तो ऐसा भी है कि सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय में एक बड़े अधिकारी जिनकी पत्नी और बेटा स्वयं होमियोपैथ हैं, वे भी होमियोपैथी को आगे बढ़ता नहीं देखना चाहते। कारण होमियोपैथी के प्रति एलोपैथी का पूर्वाग्रह ही लगता है।

Read More