बात बोलेगी: परेशानियों को पहचानने की सलाहियत से महरूम सरकार पर मुस्कुराता बुद्ध का चाँद

आज किसान पूरी दुनिया में भारत के राजदूत बन गये हैं। दुनिया सरकार की कम, किसानों की बातें ज़्यादा सुन रही हैं। सरकार इस बात से हलकान है। वह अपनी भड़ास उन माध्यमों पर निकाल रही है जिनके मार्फत आज के बुद्ध अपनी बात दुनिया तक पहुँचा रहे हैं। बुद्ध अगर आज हुए होते तो उन्हें दीक्षाभूमि में ही महदूद किये जाने की कोशिशें की जा रही होतीं। ठीक वैसे ही जैसे किसानों को सिंघू, गाजीपुर, टिकरी में घेर देने की कोशिशें की जा चुकी हैं।

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बौद्ध धर्म की सामाजिक संलग्नता से सबक लेने का दौर

सभी धर्मों का उदय इस उद्देश्य से हुआ कि समाज को संतुलित व व्यवस्थित संस्था के रूप में रखने में मदद मिलेगी।

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