बॉलीवुड में किसानों के ऊपर सिनेमा बनाने का जोखिम कौन लेगा?

इस मामले में क्षेत्रीय फिल्मों की स्थिति काफी अच्छी है। खासकर दक्षिण में तमिल, कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों में किसानों के ऊपर फिल्में अब भी बन रही हैं। पिछले एक दशक में मराठी सिनेमा में भी इनकी संख्या बढ़ी है।

Read More

‘गुंजन सक्सेना…’ हमें अहसास कराती है कि भारतीय परिवारों को कैसे पिताओं की ज़रूरत है

क्या होता अगर फिल्में बचपन से ही हमारे जीवन का अहम हिस्सा होतीं? यहां फिल्मों का मतलब अच्छे सिनेमा से है।

Read More