हाथरस कांड में पीड़ित परिवार से मिलने जाते समय गत 1 अक्टूबर को राहुल गांधी से हुए दुर्व्यवहार पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेज कर जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है।
गौरतलब है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मिलने के लिए 1 अक्टूबर को दिन में एक बजे के करीब दिल्ली से निकले थे। उनके काफिले को ग्रेटर नोएडा में यूपी पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद बचे हुए डेढ़ सौ किलोमीटर का सफ़र उन्होंने समर्थकों के साथ पैदल करने का फैसला लिया था। इसके बाद पुलिस ने पदयात्रा को भी आगे नहीं बढ़ने दिया और कांग्रेसियों पर न सिर्फ लाठीचार्ज किया, बल्कि राहुल और प्रियंका के साथ बदसलूकी और धक्कामुक्की की थी।
इस धक्कामुक्की में राहुल गांधी एक बार को जमीन पर गिर गये थे।
इस मामले में बनारस के मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉक्टर लेनिन रघुवंशी ने मानवाधिकार आयोग में शिकायत की थी जिसका संज्ञान लेते हुए आयोग ने आज एक्शन टेकेन रिपोर्ट और नोटिस जारी की है।
DiaryDetails-1यह शिकायत 1 अक्टूबर को दर्ज करवायी गयी थी जिस पर 13 अक्टूबर यानि आज आयोग ने सुनवाई की। इसके बाद आयोग ने यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी को चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट जमा करने को कहा है। आयोग ने कहा है कि ऐसा न होने पर मानवाधिकार संरक्षण कानून की धारा 13 के अंतर्गत सम्बद्ध अधिकारियों को खुद आयोग के समक्ष प्रस्तुत होना पड़ेगा।
आदेश का स्क्रीनशॉट नीचे है।