जन विरोधी कृषि कानूनों को रद्द करने और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों ने 25 दिसम्बर को दिल्ली कूच का आह्वान किया था। राजस्थान, हरियाणा और गुजरात के किसान जब शुक्रवार को सुबह दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे थे तभी महाराष्ट्र के सैकड़ों किसानों का जत्था भी यहां पहुंच गया। सारे किसान मिलकर दिल्ली की तरफ चलने लगे तो हरियाणा के बॉर्डर पर एनएच 8 के दूसरी तरफ हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए।
किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से वहीं पर पड़ाव डालकर सभा की शुरुआत कर दी। किसान नेतृत्व का कहना है कि हम तो शांतिपूर्ण तरीके से इन बिलों के विरोध में दिल्ली जा रहे थे लेकिन बीच में ही रोककर हरियाणा की भाजपा सरकार किसानों को रोककर रास्ता जाम कर रही है।
महाराष्ट्र से किसानों का जत्था अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अशोक धावले, जे. पी. गावित आदि के नेतृत्व में पहुँचा है। इस जत्थे का रास्ते में अनेक जगहों पर किसानों ने स्वागत किया और समर्थन दिया।
किसानों को हन्नान मौला, डॉ. अशोक धावले, अमराराम, जे.पी. गावित, राजाराम मील, डॉ.संजय “माधव” आदि किसान नेताओं ने संबोधित किया।
शाहजहांपुर बॉर्डर पर क्रमिक अनशन के पांचवें दिन शुक्रवार को 11 किसान अनशन पर बैठे। अनशनकारियों में मास्टर शेर सिंह, प्रह्लाद मांडोता, गुरुप्रीत सिंह, हरप्रीत सिंह, नरेंद्र सिंह, रणवीर भादू, जगमीत सिंह, बिलाल कुरेशी, साधुराम वकील, गिरधारी मुकलावा, विनोद बिश्नोई शामिल थे।
डॉ.संजय “माधव”
संयुक्त किसान मोर्चा,
शाहजहांपुर-खेड़ा बॉर्डर,
जयपुर-दिल्ली हाइवे
9414073669