ये डरे हुए लोग हैं, अंत तक कहेंगे आप नकली हैं: रंजीत वर्मा

(प्रियदर्शन जी के जवाब पर रंजीत वर्मा ने टिप्‍पणी भेजी है और मेरे द्वारा उठाए गए क्रोनी जर्नलिज्‍म के सवाल को इस बहस से हटाने की बात कही है। बहस …

Read More

दिखावटी राजनीति से सावधान: प्रियदर्शन

दैनिक भास्‍कर में रंजीत वर्मा के छपे लेख की मूल प्रति में से प्रियदर्शन के लेख की आलोचना को संपादित किए जाने संबंधी पोस्‍ट पर प्रियदर्शन जी ने अपना पक्ष रखा …

Read More

गुंटर ग्रास पर दैनिक भास्‍कर का ”क्रोनी जर्नलिज्‍म”

गुंटर ग्रास की कविता पर जो बहस पिछले दिनों शुरू हुई थी, वह हिंदी अखबारों का हिस्‍सा बन चुकी है। अफसोस केवल इस बात का है कि अखबारों ने अब …

Read More

मंगलेश! तुम्‍हारी ‘चूक’ पर मैं हैरान हूं: आनंद स्‍वरूप वर्मा

हमारे प्रिय कवि मंगलेश जी जब भारत नीति प्रतिष्‍ठान के मंच पर राकेश सिन्‍हा के साथ पाए गए और उसकी तस्‍वीर सार्वजनिक होने के बाद जब विवाद पैदा हुआ, तो …

Read More

बूढ़े गिद्ध का नया शिकार: विष्‍णु खरे बनाम व्‍यालोक पाठक

गुंटर ग्रास की कविता पर विष्‍णु खरे के हस्‍तक्षेप के बहाने जो बात-बहस शुरू हुई थी, उसमें निजी चिट्ठियों वाला सिलसिला और पहलू अब भी जारी है, अलबत्‍ता अब यह द्वंद्व …

Read More

हिंदी लेखकों को वहम है कि मार्क्‍सवादी होना ही राजनीतिक होना होता है

रंजीत वर्मा गुंटर ग्रास की दुनिया भर में चर्चित कविता पर कल यानी रविवार 22 अप्रैल को हिंदी अखबारों ने खूब छापा। कई दिनों बाद, याद नहीं कि ऐसा पिछली …

Read More

ईरान: सामराजी हमले की उलटी गिनती में सिनेमाई प्रतिरोध

रामजी यादव (गुंटर ग्रास की विवादित कविता पर विष्‍णु खरे की चिट्ठी के बहाने शुरू हुई बहस के नए-नए आयाम निकल कर आ रहे हैं। ईरानी सिनेमा किसी परिचय का …

Read More