देश भर में पत्रकारों के साथ हो रही उत्पीड़न की घटनाओं के विरोध में काशी पत्रकार संघ ने 6 फरवरी को कचहरी स्थित आंबेडकर प्रतिमा के सामने सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक उपवास करने का एलान किया है. इस संदर्भ में 3 फरवरी को काशी पत्रकार संघ के पराड़कर स्मृति भवन में बैठक हुई जहां यह निर्णय लिया गया. इस उपवास कार्यक्रम में काशी पत्रकार संघ के अलावा अन्य पत्रकार संगठनों के लोग भी शामिल होंगे.
बैठक में तय हुआ कि पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने के लिए भी संघर्ष तेज किया जायेगा. वक्ताओं ने कहा कि आज पत्रकारों पर चैतरफा हमला हो रहा है. एक तरफ उन्हें समाचार संकलन से रोका जाता है तो दूसरी तरफ उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है. देशभर में पत्रकारों के खिलाफ हो रही दमनात्मक कार्रवाई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है.
वक्ताओं ने इस बात पर भी चिंता जताई कि सच को उजागर करने पर जिस तरह से पत्रकारों पर झूठे मुकदमे लादे जा रहे हैं, उससे अब पत्रकारिता गम्भीर संकट के दौर में पहुंच चुकी है. बैठक में वक्ताओं ने एक जुट होकर संघर्ष करने का निर्णय लिया. बैठक की अध्यक्षता काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजनाथ तिवारी व संचालन महामंत्री मनोज श्रीवास्तव ने की.
इस सन्दर्भ में भारतीय प्रेस परिषद् के सदस्य अशोक कुमार नवरत्न ने काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजनाथ तिवारी को पत्र लिखा है.
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