दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन आज 49वें दिन भी जारी है। कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने प्रदर्शनस्थलों पर आज लोहड़ी के मौके पर नये कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई। किसान संगठनों के नेताओं ने आंदोलन तेज करने को लेकर पूर्व घोषित सभी कार्यक्रमों को जारी रखने का फैसला लिया है।
भारतीय किसान यूनियन (लाखोवाल) के जनरल सेक्रेटरी हरिंदर सिंह ने कहा पंजाब, हरियाणा समेत देश के अन्य प्रांतों में भी लोहड़ी पर्व पर किसान तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया।
अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा है कि,
सरकार जो चाहती है वही हो रहा है। उन्हें मालूम था कि कोर्ट जाकर कमेटी बनवाएंगे। हमें बोला गया कोर्ट में चलो। शुरू से हमें मालूम था कि कमेटी बनेगी कारपोरेट समर्थक लोगों से जो कारपोरेट के खिलाफ नहीं बोलेंगे।
वहीं,राहुल गांधी ने 26 जनवरी को किसानों की ओर से प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने कहा-
वहीं, रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा-
सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी के जो 4 सदस्य बनाए हैं वे तो पहले ही मोदी जी के कानूनों के समर्थक हैं। ऐसी कमेटी के सदस्य क्या न्याय करेंगे। प्रधानमंत्री जी…इतने अहंकारी मत बनिए किसानों की सुनिए नहीं तो देश आपकी बात सुनना बंद कर देगा।
भारतीय युवा कांग्रेस ने मंगलवार को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के आवास के बाहर प्रदर्शन किया।
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा -अफसोस की बात है कि कुछ लोग क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी का संदूक लेकर किसानों के कंधे पर बंदूक चला रहे हैं। ये लोग किसानों के हितैषी नहीं हैं। भ्रम का माहौल पैदा करने वाले ये लोग ट्रेडिशनल प्रोफेशनल भ्रमजाल के जादूगर हैं।
गौरतलब है कि, सुप्रीमकोर्ट ने किसान आंदोलन के बारे में ऐसी कोई टिप्पणी अब तक नहीं की है जो नक़वी कह रहे हैं।