अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भड़काऊ भाषण के बाद उनके समर्थकों द्वारा अमेरिकी संसद पर हमले की चौतरफा निंदा होने के 24 घंटे बाद ट्रम्प ने खुद एक वीडियो जारी कर इस हमले की निंदा की और कहा कि हमलावर इस देश के नहीं हो सकते, उन्हें उनकी करनी की सजा मिलेगी. इसी वीडियो में ट्रम्प ने आगे कहा कि अब क्योंकि कांग्रेस ने चुनाव परिणाम को सर्टिफाई कर दिया है इसलिए वह 20 जनवरी को सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से होने देंगे.
उन्होंने 2 मिनट 41 सेकंड के वीडियो में कहा:
जिन लोगों ने हिंसा की है वो असली अमेरिका का प्रदर्शन नहीं कर रहे थे, हिंसा होने से उन्हें गहरी चोट पहुंची है. जिन्होंने भी कानून अपने हाथ में लिया है, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी. गुरुवार के विवाद के बाद मैंने तुरंत ही नेशनल गार्ड्स की तैनाती कर दी थी ताकि प्रदर्शनकारियों को बाहर निकाला जा सके. अमेरिका हमेशा से ही कानून व्यवस्था वाला देश रहा है और आगे भी रहेगा. बतौर राष्ट्रपति काम करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है. अब मेरा मुख्य काम बेहतर और आसान तरीके से सत्ता हस्तांतरण करना है.
गौरतलब है कि राजधानी वॉशिंगटन के कैपिटल हिल इलाके में ट्रम्प समर्थकों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए हथियारों के साथ संसद में घुस कर कब्ज़ा कर लिया था. इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई है.
इस हमले की निंदा करते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी के नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने इसे अमेरिकी लोकतंत्र पर हमला करार दिया है. उन्होंने कहा:
ट्रम्प के समर्थकों का अमेरिकी संसद की सुरक्षा का उल्लंघन करना असहमति या प्रदर्शन नहीं था, बल्कि वह अराजकता थी. कल हमने जो देखा, वह कतई उचित नहीं था. यह कोई डिसऑर्डर नहीं था. यह कोई विरोध नहीं था. वह अराजकता थी. वो प्रदर्शनकारी नहीं थे. उन्हें प्रदर्शनकारी मत कहिए. वे दंगाई, विद्रोही और घरेलू आतंकी थे.
बिडेन ने इस बीच मैरिक गारलैंड को अमेरिका का अटार्नी जनरल बनाने की घोषणा कर दी है.
अमेरिकी संसद पर ट्रम्प समर्थकों द्वारा हमले के बाद ट्रम्प की बेटी इवांका ने हमलावर भीड़ को देशभक्त कहा था, बाद में आलोचना होने पर उन्होंने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया.