केन्द्र सरकार द्वारा संसद में पारित किए गए नए कृषि बिल कानूनों तथा किसानों के विभिन्न बुनियादी प्रश्नों पर चर्चा करने के लिए सहकारी अग्रणीओं ने जहांगीरपुरा स्थित गुजरात किसान समाज के कार्यालय पर बैठक आयोजित की थी। इस बैठक के लिए पुलिस ने अनुमति देने से मना करने पर मिटिंग रद्द करने के बावजूद किसान समाज कार्यालय पर पूरे दिन सख्त पुलिस बंदोबस्त तैनात रहा।
गुजरात किसान संघर्ष समिति के जयेश पटेल ने जानकारी देते हुए कहा कि-
जहांगीराबाद स्थित जीनिंग मिल में गुजरात किसान समाज के कार्यालय में किसान अग्रणीयों की बैठक के लिए पुलिस से परमिशन मांगी थी। पुलिस ने परमिशन नहीं दी तो किसान अग्रणीयों ने वर्तमान परिस्थिति में सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए किसानों की मीटिंग रद्द कर दी थी। उसके बावजूद जीनिंग मील में रविवार को पूरे दिन जहांगीरपुरा पुलिस का कड़ा बंदोबस्त रहा।
किसान समाज के अग्रणीयों ने कहा कि-
लोकशाही देश में लोकतांत्रिक प्रणालि का का गला दबाया जा रहा है। प्रशासन और पुलिसतंत्र को सत्ता पक्ष के हथियार बनाकर लोकशाही देश में संविधान द्वारा दिए गए मूलभूत अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
इस मामले में मानवाधिकार आयोग तथा गुजरात हाईकोर्ट को इस संदर्भ में अवगत कराकर न्याय प्राप्त करने के लिए जिम्मेदारों पर कार्यवाही करने के लिए आवेदन किया जायेगा।
आने वाले दिनों में किसान संघर्ष समिति पुलिस परमिशन लेकर गुजरात किसान समाज की अगुवाई में कई कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
गुजरात किसान समाज द्वारा दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को पूरा समर्थन है। आगामी दिनों में अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति द्वारा जारी किए जानेवाले सभी कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।