किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आज कांग्रेस पार्टी ने प्रदेशव्यापी भाजपा के सांसदों और विधायकों का घेराव किया और किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानूनो को वापस लिये जाने हेतु कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं द्वारा ज्ञापन सौंपा गया।
प्रदेशव्यापी भाजपा के सांसदों एवं विधायकों के घेराव के तहत गोरखपुर, शामली, कौशाम्बी, बस्ती समेत कई जिलों में कांग्रेस के जिला अध्यक्षों ने भारतीय जनता पार्टी के सांसदों एवं विधायकों को ज्ञापन सौंपा और काले कृषि कानूनों को वापस लिये जाने की मांग की।
कई जनपदों में भाजपा के सांसद और विधायक नहीं मिले जिस पर कांग्रेसजनों ने उनके कार्यालयों पर किसान विरोधी कानून को वापस लेने हेतु ज्ञापन चिपकाया।
सोनभद्र में ज्ञापन देने जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस बल द्वारा जबरन रोका गया, वहीं वाराणसी में कई नेताओं को नजरबंद किया गया।
इटावा में सदर विधायक के आवास के सामने कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठ गये और काला कानून वापस लेने की मांग की। इलाहाबाद, चंदौली में ज्ञापन देने जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अयोध्या में सांसद के आवास पर जिलाध्यक्ष श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया जिन्हें पुलिस ने बलपूर्वक हटाया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कांग्रेस के जिलाध्यक्षों एवं कांग्रेस नेताओं द्वारा भाजपा के सांसदों और विधायकों के आवास एवं कार्यालयों पर काले कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने जाते समय पुलिस द्वारा जबरन रोकने और गिरफ्तार किये जाने को पूरी तरह योगी सरकार की तानाशाही करार दिया है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ भारतीय जनता पार्टी किसानों की हितैषी होने का दंभ भरती है वहीं किसानों के साथ घोर अन्याय कर रही है। भाजपा द्वारा जिस प्रकार तीन कृषि कानून पारित किये गये हैं उसे बताना चाहिए कि आखिर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिये जाने का प्रावधान क्यों नहीं रखा गया। आज किसान परेशान है।
जिस प्रकार इस भीषण ठण्ड में अन्नदाता किसान अपनी जायज मांगों केा लेकर और काले कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर अपनी जान गंवा रहे हैं, दर्जनों किसानों की जान चली गयी है और भाजपा हठधर्मी रवैया अख्तियार किये हुए हैं उससे यह साफ हो गया है कि भाजपा पूरी तरह किसान विरोधी है।
किसानों के हितों के लिए कांग्रेस ने सदैव संघर्ष किया है और उसी के तहत आज कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे प्रदेश में भाजपा के जनप्रतिनिधियों सांसदों व विधायकों को काले कानून को वापस लेने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। उन्होने कहा है कि आखिर जिनके वोट से आज भाजपा सत्ता में है उनके हकों और अधिकारों पर डाका क्यों डाल रही है? उन्होने कहा है कि अन्नदाता किसानों के संघर्ष में कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी।