मंगलवार की दोपहर उत्तर पूर्वी दिल्ली के सुभाष मोहल्ले में आदमियों और औरतों के एक समूह ने कारवां के तीन स्टाफर- प्रभजीत सिंह, शाहिद तांत्रे और एक महिला- को रिपोर्टिंग करने से रोकने के उद्देश्य से उनके साथ मारपीट की.
उस समूह ने कारवां की महिला स्टाफर के विरुद्ध शारीरिक और यौन हिंसा की. महिला स्टाफर जान बचाकर पड़ोस की एक गली में भाग गईं जहां लड़कों ने उन्हें घेर लिया और उनकी मर्जी के खिलाफ उनकी तस्वीरें लेने लगे और वीडियो बनाने लगे और गाली गलौज करने लगे. वहां मौजूद एक अधेड़ उम्र का आदमी महिला के सामने पेंट उतार कर नंगा हो गया और अश्लील इशारे करने लगा.
जब महिला भाग कर भजनपुरा पुलिस स्टेशन पहुंचने की कोशिश करने लगीं तो भीड़ ने उन पर फिर से हमला कर दिया. हमला करने वालों ने महिला के सिर, हाथ, पीछे और छाती पर वार किया. महिला पर हमला करने वालों की भीड़ में भगवा कुर्ते में आदमी और दो औरतें शामिल थे.
कारवां ने देर रात इस सिलसिले में कई ट्वीट करते हुए पूरी कहानी सामने रखी है।
पूरी कहानी यहां पढ़ें। कारवां ने आज शाम इस मामले पर आधिकारिक वक्तव्य जारी किया है जिसे नीचे पढ़ा जा सकता है।
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