बढ़ती महंगाई के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर UP और MP में भारी विरोध प्रदर्शन


संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देश में लगातार बढ़ती हुई पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस व अन्य आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों में हुई बेतहाशा वृद्धि पर भारी नाराजगी व्यक्त की गयी। कोरोना काल में सरकार ने उपभोक्ताओं से अतिरिक्त कर लगाकर तीन लाख करोड़ रूपये कमाये हैं। कुल मिलाकर 2014 से आज तक डीजल और पेट्रोल से जो कमाई सरकार ने की है उससे दो बार किसानों का संपूर्ण कर्जा माफ किया जा सकता था।

मोर्चे के आह्वान पर जिलाधिकारी आज़मगढ़ के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति जी को ज्ञापन देते हुए उत्‍तर प्रदेश में आज़मगढ़ जिले के किसान, छात्र, नौजवान संगठनों के प्रतिनिधियों ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के सदस्य एवं किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने मूल्य वृद्धि के खिलाफ किए गए विरोध प्रदर्शन कार्यक्रमों के लिए किसानों, श्रमिकों तथा नागरिकों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि किसानों के लिए तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने, लागत से डेढ़ गुना दाम पर खरीद की कानूनी गारंटी की मांग के साथ-साथ अब महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा भी अहम हो गया है।

जनवादी लोक मंच के रवींद्र नाथ राय ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए ‍डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं में हुई बेतहाशा बृद्धि को वापस लेने, तीनों किसान विरोधी काले कानून वापस लेने, बिजली बिल 2020 वापस लेने, किसान आंदोलन में भाग लेने वालों का उत्पीड़न बंद करने और किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को समुचित मुआवजा दिए जाने की मांग की।

आजमगढ़ विरोध प्रदर्शन में जनवादी लोक मंच के रवींद्र नाथ राय, किसान सभा के वेद प्रकाश उपाध्याय, किसान महासभा के विनोद सिंह, रिहाई मंच के राजीव यादव, उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन के जियालाल व कामरेड रामबृक्ष और अखिल भारतीय प्रगतिशील छात्र मंच के राहुल सहित अम्बिका पटेल, रामनिहोर, विनोद यादव, हीरालाल यादव आदि लोग उपस्थित रहे।

वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मध्यप्रदेश में संयुक्त किसान मोर्चे से जुड़े संगठनों ने पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की मूल्यवृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किये। गुना में सीपीएम के विष्णु शर्मा, किसान सभा के योगेंद्र शर्मा, एआईकेकेएम के मनीष श्रीवास्तव सहित कई किसान प्रतिनिधियों द्वारा हनुमान चौराहे पर एकत्रित होकर महँगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।

रीवा में कॉलेज चौक पर खड़े होकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मीसाबंदी बृहस्पति सिंह, एड शिवसिंह एवं किसंस के रीवा क्षेत्र संयोजक के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया। बड़वानी में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति एवं संयुक्त किसान मोर्चा मोर्चा के बैनर तले नर्मदा बचाओ आंदोलन के द्वारा बढ़ती हुई महंगाई के विरोध में पुराने कलेक्टर कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इंदौर में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े अखिल भारतीय किसान सभा, अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन, किसान संघर्ष समिति, एटक, एचएमएस, मध्य प्रदेश आदिवासी एकता महासभा, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन सहित विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित किया गया।

सतना में किसान सभा के प्रदेश संयोजक एड. अरुण सिंह, जगदीश सिंह, ट्रेड यूनियन कॉउंसिल के महासचिव संजय सिंह तोमर, टीयूसीसी के जिला सचिव सुनील सिंह द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया।    सिवनी में बाबासाहब प्रतिमा स्थल के समक्ष किसान] मजदूर एवं नागरिकों ने एकत्रित होकर महँगाई के विरोध में प्रदर्शन किया। सागर जिले के देवल चोरी गांव में भारतीय श्रमिक जनशक्ति यूनियन के संदीप ठाकुर के नेतृत्व में कार्यक्रम किया गया। रायसेन में एआईकेकेएमएस द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। जबलपुर में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले विभिन्न संगठनों द्वारा कलेक्ट्रेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया तथा बर्गी बांध विस्थापित संघ के राजकुमार सिन्हा एवं स्वराज इंडिया के अमित पांडेय के नेतृत्व में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया।



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