वरिष्ठ पत्रकार और स्वराज एक्सप्रेस चैनल के छत्तीसगढ़ राज्य प्रमुख आवेश तिवारी ने फेसबुक की नीति निदेशक (भारत, दक्षिण एशिया और मध्य एशिया) आंखी दास के खिलाफ रायपुर के कबीर नगर थाने में एफआइआर दर्ज करवायी है। एफआइआर में आंखी दास के अलावा दो अन्य व्यक्तियों विवेक सिन्हा और राम साहू को भी नामजद किया गया है।
सोमवार रात 11.45 बजे दर्ज करवायी गयी एफआइआर संख्या 0157/2020 में आंखी दास सहित राम साहू और विवेक सिन्हा के ऊपर भारतीय दंड संहिता की धाराओं 295ए, 505(1)(सी), 506, 500 और 34 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।
आवेश तिवारी का आरोप है कि तीनों नामजद ने मिलकर फेसबुक के माध्यम से हिंदू मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच धार्मिक द्वेष फैलाने वाले लेख प्रकाशित प्रसारित किये और दोनों समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा व द्वेष पैदा करने वाले पोस्ट डाले, उन्हें धमकाया, उनकी मानहानि की और अपमानजनक लेख डाले।
तिवारी ने लिखा है कि तीनों नामजद ने मिलकर उन्हें आग से जलाने की धमकी दी है और वे सुरक्षा चाहते हैं। एफआइआर के मुताबिक आवेश तिवारी ने 16 अगस्त को अमरीकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपे एक लेख पर एक पोस्ट लिखी थी जिसमें ‘’साफ़ तौर पर कहा गया था कि आंखी दास लोकसभा चुनाव से पूर्व फेसबुक के राजनैतिक हित के लिए तमाम तरह के हेट स्पीच से जुड़ी पोस्ट को न हटाने के लिए अपने अधीनस्थों पर दबाव डाल रही थीं। उनका कहना था कि इससे केंद्र सरकार से राजनैतिक सम्बंध खराब हो सकते हैं।‘’
मुकदमे में आगे लिखा गया है, ‘’फेसबुक यूज़र राम साहू ने मुझे जला डालने व मेरे घर को जला डालने की बात कही है। इस पोस्ट के बाद मुझे जगह जगह से वॉट्सएप कॉल और मैसेज आ रहे हैं और मुझे धमकियां दी जा रही हैं जिसमें फेसबुक की निदेशक आंखी दास का नाम लेकर मुझे जाने से मारने बरबाद करने की धमकी दी जा रही है।‘’
आवेश तिवारी ने कहा है कि राम साहू, आंखी दास और विवेक सिन्हा मिलकर धार्मिक वैमनस्यता फैलाकर उन्हें बदनाम कर रहे हैं जिससे उनकी जान माल को खतरा पैदा हो गया है।
इससे पहले 16 अगस्त की रात आंखी दास ने दिल्ली के साइबर सेल में पांच लोगों के खिलाफ नामजद एक शिकायत दर्ज करवायी थी जिसमें आवेश तिवारी का भी नाम था और उसी पोस्ट का जिक्र था जिसका जिक्र तिवारी ने किया है।
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