किसान आंदोलन: 10 अप्रैल को दिल्ली का KMP एक्स्प्रेसवे 24 घंटे के लिए फिर होगा जाम


संयुक्त किसान मोर्चा प्रेस नोट
133वां दिन, 8 अप्रैल 2021

केंद्र सरकार के किसान हितैषी होने के दावे लगातार झूठे साबित हो रहे है। किसान लंबे समय से फसलों के उचित दामों और बढ़ रहे खर्चे के मामलों पर संघर्ष करते आ रहे हैं। किसान इस समय मे दोगुनी मार झेल रहे हैं। एक तो तय किये MSP पर खरीद नहीं होती, दूसरा खेती पर लागत इतनी बढ़ रही है कि वह फसल के मूल्य से भी अधिक हो जाती है। हाल ही में IFFCO द्वारा जारी किए गए नोटिस के अनुसार DAP की बोरी अब 1200 की जगह 1900 रुपये की मिलेगी।

इसी तरह अन्य उत्पादों के दाम भी बढ़ाये है। यह प्रत्यक्ष रूप से किसानों पर हमला है जहां किसानों को महंगे दामों पर DAP खरीदनी पड़ेगी। सरकार के इस कदम की हम कड़ी निंदा व विरोध करते हैं। आने वाले समय मे किसान तीन कानूनों को रद्द करवाने व MSP की मांग के साथ साथ किसानों पर हमलावर अन्य मांगों पर भी उसी जोर से लड़ेंगे। हम IFFCO व सरकार को चेतावनी देते हैं कि जल्द से जल्द सभी उत्पादों की कीमतें कम की नहीं तो आन्दोलन और तेज होगा।

आज हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन AIKKMS तथा ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय रेवाड़ी बाईपास पर तथा मातनहेल, दुजाना तथा अच्छेज में हरियाणा सरकार के “संपत्ति क्षतिपूर्ति कानून” अर्थात आंदोलनकारियों से प्रॉपर्टी के नुकसान की भरपाई करने के जनविरोधी कानून की प्रतियों की होली जलाई तथा इस कानून को रद्द करने की मांग की। किसानों ने कहा कि यह कानून चल रहे ऐतिहासिक किसान आंदोलन को कुचलने के मकसद से बनाया गया है। सरकार चाहती है कि देश में कोई भी सरकार के खिलाफ आवाज ना उठाए, चाहे सरकार कितना ही जन विरोधी कार्य क्यों ना करें। यह लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास है जो सफल नहीं होगा।

हरियाणा के युवा किसान नेता रवि आज़ाद को जमानत मिल गयी है। हरियाणा सरकार का यह प्रवाह बन गया है कि किसान मजदूर अधिकारों की बात करने वालो को गिरफ्तार कर लिया जाता है परंतु जनता की ताकत के बाद उन्हें छोड़ना ही पड़ता है। हम हरियाणा सरकार को चेतावनी देते है कि इस तरह का बर्ताव तुरंत बंद किया जाए अन्यथा किसानों का आंदोलन और व्यापक होगा।

10 अप्रैल को KMP हाइवे को 24 घंटे के लिए बंद किया जाएगा। इसके बाबत सभी बोर्डर्स पर बैठकें आयोजित की जा रही हैं, तैयारियां की जा रही हैं। संयुक्त किसान मोर्चा स्पष्ट करता हैं कि किसान कभी नागरिकों को परेशान नहीं कर सकते पर सरकार किसानों की आवाज को दरकिनार कर रही है। हम सभी किसानों की तरफ से आश्वस्त करते हैं कि KMP बंद के दौरान आम नागरिकों के साथ अच्छा बरताव किया जाएगा व यह पूर्ण रूप से शांतमयी रहेगा। साथ ही हम आम नागरिकों से आग्रह करते हैं कि अन्नदाता के सम्मान में इस कार्यक्रम में अपना सहयोग दें।

डॉ. दर्शन पाल
संयुक्त किसान मोर्चा


About जनपथ

जनपथ हिंदी जगत के शुरुआती ब्लॉगों में है जिसे 2006 में शुरू किया गया था। शुरुआत में निजी ब्लॉग के रूप में इसकी शक्ल थी, जिसे बाद में चुनिंदा लेखों, ख़बरों, संस्मरणों और साक्षात्कारों तक विस्तृत किया गया। अपने दस साल इस ब्लॉग ने 2016 में पूरे किए, लेकिन संयोग से कुछ तकनीकी दिक्कत के चलते इसके डोमेन का नवीनीकरण नहीं हो सका। जनपथ को मौजूदा पता दोबारा 2019 में मिला, जिसके बाद कुछ समानधर्मा लेखकों और पत्रकारों के सुझाव से इसे एक वेबसाइट में तब्दील करने की दिशा में प्रयास किया गया। इसके पीछे सोच वही रही जो बरसों पहले ब्लॉग शुरू करते वक्त थी, कि स्वतंत्र रूप से लिखने वालों के लिए अखबारों में स्पेस कम हो रही है। ऐसी सूरत में जनपथ की कोशिश है कि वैचारिक टिप्पणियों, संस्मरणों, विश्लेषणों, अनूदित लेखों और साक्षात्कारों के माध्यम से एक दबावमुक्त सामुदायिक मंच का निर्माण किया जाए जहां किसी के छपने पर, कुछ भी छपने पर, पाबंदी न हो। शर्त बस एक हैः जो भी छपे, वह जन-हित में हो। व्यापक जन-सरोकारों से प्रेरित हो। व्यावसायिक लालसा से मुक्त हो क्योंकि जनपथ विशुद्ध अव्यावसायिक मंच है और कहीं किसी भी रूप में किसी संस्थान के तौर पर पंजीकृत नहीं है।

View all posts by जनपथ →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *