किसान आंदोलन के 50वें दिन संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गये नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है और किसान इन कानूनों के वापस लिए जाने की अपनी मांग पर कायम हैं. इस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकार द्वारा आंदोलन को बदनाम करने की तमाम साजिशों के बाद भी हम यह कहना चाहते हैं कि जब तक इन कानूनों को वापस नहीं लिया जाता यह आंदोलन खत्म नहीं होगा.
Samyukta-Kisan-Morcha-convertedसंयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉ. दर्शन पाल द्वारा जारी बयान में कहा है कि आज लोहड़ी के अवसर दिल्ली की सभी सीमाओं पर किसानों ने नये कानूनों की प्रतियां जलायींं, साथ दुनिया भर में जहां भी इस आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन हो रहे वहां भी प्रतियां जलायी गईं. सिंघु बॉर्डर पर सभी किसान नेताओं ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और ‘दुल्ला भट्टी’ को याद करते हुए इस सरकार को चुनौती दी.
इस वक्तव्य के साथ ही इस आंदोलन में अब तक शहीद हुए किसानों की सूची का एक लिंक भी साझा किया गया है.