मऊ: डेढ़ साल पहले दलित प्रधान को मारा, अब भतीजे की हत्या, बहन ने लगाया सियासी संरक्षण का आरोप


रिहाई मंच ने मऊ के असलपुर गांव में दलित प्रधान के बाद उनके भतीजे की सामंती तत्वों द्वारा गोली मार कर हत्या किए जाने की तीव्र निंदा की है और हत्यारों की गिरफ्तारी और दोषी अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है।

ग्राम असलपुर, थाना चिरैयाकोट, जनपद मऊ में 13 जनवरी शाम सात बजे होनहार दलित युवक अरविंद कुमार पुत्र जीउत राम की हत्या की खबर के बाद एडवोकेट विनोद यादव के साथ अवधेश यादव और पिंटू रिहाई मंच के तीन सदस्यीय दल ने असलपुर का दौरा किया और घटना की जानकारी प्राप्त की।

विनोद यादव ने बताया:

अरविंद कुमार सेना/पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहे थे। वह रोज की तरह उस शाम को भी तीन अन्य युवकों के साथ दौड़ के लिए गए थे। गांव से करीब डेढ़ दो सौ मीटर दूर हथियारों से लैस राहुल सिंह पुत्र मृगेंद्र सिंह और अन्य दो व्यक्तियों ने उन लोगों को रोक लिया। अन्य दो युवकों को तमंचे से मार कर वहां से भगा दिया और अरविंद को जान से मारने की बात करने लगे। दोनों युवकों ने गांव में पहुंच कर घटना के बारे में बताया। जब तक गांव के लोग इकट्ठा होकर घटना स्थल पहुंचे अपराधी अरविंद की हत्या कर फरार हो चुके थे।

अरविंद की बहन ने प्रतिनिधिमंडल को बताया:

गांव के ही राहुल सिंह ने करीब डेढ़ साल पहले अरविंद के चाचा व ग्राम प्रधान मुन्ना राम की हत्या कर दी थी, लेकिन राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण राहुल सिंह की गिरफ्तारी तक नहीं हुई थी।

अरविंद की बहन ने यह भी बताया कि उसका भाई अरविंद अपने चाचा मुन्ना राम से बहुत करीब था और उनकी हत्या के मामले की पैरवी भी कर रहा था।

विनोद यादव ने कहा:

इस बीच कई बार अरविंद को राहुल सिंह ने कई बार धमकी दी थी और मुन्ना राम की हत्या मामले में पैरवी से विरत रहने को कहा था। शिकायत करने के बावजूद पुलिस प्रशासन ने न तो राहुल को गिरफ्तार किया और न ही अरविंद की सुरक्षा की कोई व्यवस्था की।


रिहाई मंच द्वारा जारी


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