बैकफुट पर सरकार: दो मांगें मानी, दो पर नये साल में चर्चा, आज की ट्रैक्टर रैली स्थगित


किसान नेताओं और सरकार के बीच बुधवार की वार्ता के बाद केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बैठक में किसान यूनियन के नेताओं ने जो चार विषय चर्चा के लिए रखे थे, उनमें से दो विषयों पर आपसी सहमति सरकार और किसान यूनियनों के बीच हो गई है. अगली बैठक 4 जनवरी 2021 को दोपहर 2 बजे होगी. इसके बाद यूनियनों ने आज प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को स्थगित कर दिया है, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा.

बैठक के बाद कृषि मंत्री ने कहा है कि सरकार कह रही है कि एमएसपी लागू रहेगा और सरकार लिखित में भी देने को तैयार हैं, किंतु किसान यूनियन के नेता एमएसपी पर क़ानूनी मोहर चाहते हैं इसलिए इस पर और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए चार जनवरी दोपहर 2 बजे अगली बैठक होगी.

कृषि मंत्री ने कहा कि, इलेक्ट्रिसिटी एक्ट जो अभी आया नहीं है, उन्हें लगता है यह एक्ट आएगा तो इससे किसानों को नुकसान होगा. सिंचाई के लिए जो बिजली की सब्सिडी दी जाती है वो राज्य जिस प्रकार से देते रहे हैं वैसे ही चलनी चाहिए. इस पर भी सरकार और किसान यूनियनों के बीच सहमति हो गई है.

कृषि मंत्री ने कहा कि पर्यावरण से संबधित जो अध्यादेश है उसमें पराली और किसान सम्मिलित हैं. उनकी शंका थी किसान को इसमें नहीं होना चाहिए. इस पर दोनों पक्षों में सहमति हो गई है.

भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने आज की वार्ता के बाद कहा कि सरकार ने हमारी दो मांगें मान ली हैं, अगली बैठक में हम एमएसपी और 3 क़ानूनों को लेकर सरकार से बात करेंगे.

ऑल इंडिया किसान सभा पंजाब के नेता बलकरण सिंह बराड़ ने कहा कि सरकार ने बिजली के प्रस्तावित बिल को वापिस ले लिया है. पराली के मामले में सरकार ने अध्यादेश जारी किया था, उसे भी वापिस ले लिया है. एमएसपी और कृषि क़ानूनों पर 4 तारीख को बात होगी. यही बात माझा किसान संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष ने भी कही.

बातचीत के दौरान जो सबसे नई बात दिखी वह यह कि कृषि मंत्री और रेल मंत्री ने दोपहर का भोजन किसानों के साथ किया.



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