जेएनयू के छात्र आंदोलन पर बनी मलयालम फिल्म ‘वर्तमानम’ को सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) के क्षेत्रीय कार्यालय ने स्क्रीनिंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. इस फिल्म का निर्देशन प्रतिष्ठित फिल्मकार सिद्धार्थ शिवा ने किया है और पुरस्कार विजेता अभिनेत्री पार्वती तिरुवोत ने इसमें मुख्य भूमिका निभाई है.
इस फिल्म की कहानी केरल के एक महिला के इर्द-गिर्द घूमती है जो मुख्य तौर पर स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े एक क्रांतिकारी पर रिसर्च करने केरल से जेएनयू जाती है. फिल्म निर्माता एवं पटकथा लेखक आर्यदान शौकत ने कहा कि-
सीबीएफसी के अधिकारियों ने प्रमाण-पत्र नहीं देने का कोई कारण नहीं बताया है| उन्होंने कहा कि फिल्म को इसी सप्ताह प्रमाण-पत्र के लिए मुंबई स्थित सेंसर बोर्ड की पुनरीक्षण समिति के पास भेजा जाएगा.
लेखक ने संदेह जताया कि राजनीतिक कारण की वजह से फिल्म को मंजूरी नहीं दी गई. उन्होंने सेंसर बोर्ड के उस सदस्य का हाल ही में किया गया ट्वीट का भी जिक्र किया जो भाजपा के एससी मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. शौकत ने अभी कहा कि सेंसर बोर्ड में कई ऐसे लोगों को नियुक्त किया गया है जिन्हें सिनेमा और फिल्म जगत की कोई समझ नहीं है.
अपने फेसबुक पेज पर लेखक ने क्षेत्रीय सेंसर बोर्ड के सदस्य का विवादित ट्वीट भी शेयर किया, हालांकि विवादित ट्वीट को बाद में हटा लिया गया जिसमें बोर्ड के सदस्य संदीप कुमार ने लिखा था कि बोर्ड का सदस्य होने के नाते वह इस फिल्म को हरी झंडी देने के खिलाफ थे. कुमार ने अपने ट्वीट में लिखा था कि कि आर्यदान शौकत इस फिल्म के पटकथा एवं निर्देशक है तो फिल्म की विषयवस्तु राष्ट् विरोधी हैं. इस विवादित ट्वीट पर जमकर बवाल हुआ था जिसके बाद संदीप कुमार को ट्वीट डिलीट करना पड़ा.