दिल्ली: ट्रेड यूनियनों सहित निर्माण मजदूर, सफाईकर्मी, रेलवे, DTC और ASHA कर्मचारियों का प्रोटेस्ट


  • किसान-मजदूर विरोधी बिल वापस लो!!
  • भारतीय कृषि को कॉरपोरेट के हाथों बेचना नहीं चलेगा!!
  • रेलवे, बैंक, LIC, इंश्योरेंस आदि सभी सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण बन्द करो!!
  • पेट्रोल, डीजल, गैस के बढ़ते दामों पर रोक लगाओ!!

संयुक्त ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन में आज प्रदर्शन दिल्ली रेलवे स्टेशन के सामने प्रदर्शन हुआ जिसमें सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों समेत दिल्ली के विभिन्न इलाकों और क्षेत्रों के मजदूरों ने हिस्सा लिया।

राजकुमारी अमृत कौर कॉलेज ऑफ नर्सिंग ठेका कर्मचारियों, कलावती सरन हॉस्पिटल के सफाई कर्मचारी, निर्माण मजदूर, डीटीसी कर्मचारी, आशा वर्कर्स, सिक्योरिटी गार्ड तथा रेलवे के कर्मचारियों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

ऐक्टू, दिल्ली के अध्यक्ष कॉमरेड संतोष रॉय ने कहा कि अभी तो एक कि गरीब किसान-मजदूर जनता लॉकडाउन की मार से उबरी नहीं थी कि मोदी सरकार द्वारा एक के बाद दूसरे जनविरोधी फैसले लिए जा रहे हैं। सभी सरकारी सेक्टरों को सरकार निजी हाथों में बेच रही है। गैस सिलिंडर, पेट्रोल, डीजल और खाद्य सामग्री के बढ़ते दामों ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। ऐसे में किसानों और मजदूरों का सड़क पर आना और प्रदर्शन करना लाज़मी है।

आने वाले 26 मार्च को किसानों द्वारा दिये गए भारत बंद के कॉल को सफल बनाने के लिए मजदूर ऐक्टू पूरी ताकत से उतरेगा और भारत बंद को सफल बनायेगा।

सूर्य प्रकाश
सचिव, ऐक्टू दिल्ली


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