वियना में सपना उर्फ़ न्यूक्लियर डील के सोलह साल

18 जुलाई 2005 को हिन्दुस्तान नाम की ‘तूफ़ान से निकालकर लायी कश्ती’ ने खुद को ऐसे ग्लोबल जहाज से जोड़ लिया जिसे हांकने का तरीका, रफ़्तार, ईंधन और तासीर सब कुछ काफी अलग था। और इसलिए इस ‘डील’ के बाद देश की राजनीति, समाज और हमारी सामूहिक नैतिकता में कई खामोश लेकिन दूरगामी परिवर्तन संपन्न हुए, जिनमें से कुछ की शुरुआत नब्बे के दशक के व्यापार समझौतों से हुई थी।

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कोरोना वायरस और ‘चेर्नोबिल मोमेंट’ का प्रहसन

इसी तरह की अदृश्यता का आतंक 26 अप्रैल 1986 को चेर्नोबिल के निवासियों ने झेला जब उन्हें घंटों के अन्दर अपना सब कुछ जैसे-का-तैसा छोड़कर जाना पड़ा. जैसे अभी गली-चौराहों पर लोग बायोटेक्नोलॉजी और एपिडेमियोलॉजी की शब्दावली में दीक्षित हो रहे हैं वैसे ही चेर्नोबिल और उसके बाद फुकुशिमा दुर्घटना ने रेडियेशन से जुड़ी पारिभाषिकी को जिंदा रहने की शर्त बना दिया.

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PUBG, FAU-G और मोदीजी: आभासी रणक्षेत्र में लड़ी जा रही असली लड़ाइयों की अंतर्कथा

भारत के लिबरल-वामपंथी हलकों में ऑनलाइन मीडिया के इस्तेमाल को लेकर हिचक और कभी-कभी हिकारत तक देखी जाती है लेकिन दक्षिणपंथ ने आधुनिकता और वैज्ञानिक चेतना के विरोध के बावजूद अपने हितों के लिए तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया है. मोदी ने आह्वान किया है – ‘लेट द गेम्स बिगिन!’ क्या दूसरा पक्ष इसके लिए तैयार है?

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हिरोशिमा के पचहत्तर साल: भारत में किसका अगस्त है?

आज भारत के प्रधानमंत्री ने इस पर पहले जैसी रस्म-अदायगी के तौर पर भी कुछ नहीं कहा है जबकि उनके ट्विटर पर मंदिर की भव्यता और ऐतिहासिकता पर एक दर्जन से अधिक टीपें शाया हुई हैं.

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