किसान सद्भावना दिवस: नये कृषि कानूनों के खिलाफ इंदौर में किसान संगठनों का उपवास


अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की इंदौर इकाई से जुड़े किसान संगठनों ने आज गांधी प्रतिमा पर आंदोलनों और स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही किसान आंदोलन के साथ सत्ताधारी दल और सरकार द्वारा की जा रही हठ धर्मी के खिलाफ प्रायश्चित उपवास का आयोजन किया। इसी के साथ किसान संगठन के कार्यकर्ताओं ने सरकार को सदबुद्धी देने के लिए 3 घंटे तक गांधी प्रतिमा पर धरना भी दिया।

आज के आंदोलन में किसान संघर्ष समिति, किसान खेत मजदूर संगठन, अखिल भारतीय किसान सभा,एटक और सीटू के कार्यकर्ता शामिल हुए।

धरना स्थल पर हुई सभा को संबोधित करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने कहा:

सरकार की हठधर्मिता और फर्जी तरीके से अपने कार्यकर्ताओं को आंदोलन में शामिल कर आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश का पर्दाफाश हो चुका है और सरकार और सत्ता दल की हरकतों के चलते आज किसान आंदोलन तीनों किसान कानून की वापसी की मांग के साथ ही किसानों की अस्मिता और स्वाभिमान का आंदोलन बन गया है। इसी के चलते आज देश भर में एक लाख से ज्यादा स्थानों पर इस तरह के उपवास का आयोजन हो रहा है।

किसानों का संकल्प है कि जब तक सरकार किसानों की मांगें नहीं मानेगी तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा। सभा को रामस्वरूप मंत्री, कैलाश लिंबोदिया, अरुण चौहान, प्रमोद नामदेव, सीएल सरावत, एसके दुबे, रूद्र पाल यादव ,रामबाबू अग्रवाल, राजेंद्र अटल, हरिओम सूर्यवंशी, मोहम्मद अली सिद्दीकी, छेदी लाल यादव, डॉक्टर त्रिवेदी, सहित विभिन्न वक्ताओं ने संबोधित किया।

धरना स्थल पर आम आदमी पार्टी सहित विभिन्न राजनीतिक सामाजिक संगठनों ने आकर विश्वास दिलाया कि वह किसान आंदोलन के साथ है और पूरी तरह से इस आंदोलन का समर्थन करेंगे। अधिकांश लोगों ने विश्वास दिलाया कि किसान आंदोलन निश्चित रूप से सफल होगा और सरकार को किसानों की मांगें मानना ही पड़ेगी।

धरना स्थल पर प्रमुख रूप से भागीरथ कछवाय, अरविंद पोरवाल, रामस्वरूप मंत्री, हरिओम सूर्यवंशी,कामरेड मारोतकर, भारत सिंह यादव ,अकबर अहमद, राजेंद्र अटल, आम आदमी पार्टी के कई कार्यकर्ता व अभ्यास मंडल के शिवाजी मोहिते सहित कई कार्यकर्ता शरीक थे।


(किसान संघर्ष समिति, मालवा)


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