किसान आंदोलन: बिहार में पप्पू यादव ने खोला मोर्चा, भोपाल में गिरफ्तारियों का दौर शुरू


किसान आंदोलन के बीच पटना और भोपाल में पुलिस का दमन तेज़ होने की खबर है। पटना में पप्‍पू यादव की पार्टी ने द्वारा निकाले गए किसान न्‍याय मार्च पर पुलिस ने मंगलवार को हमला किया था और अच्‍छा खासा बवाल देखने में आया। वहीं भोपाल में कुछ किसान कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की आज ख़बर है।

विवादित कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं को भोपाल में आज सुबह हिरासत में लिया गया। नीलम पार्क में विभिन्न किसान संगठनों के संयुक्त मंच, संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में किसान सत्याग्रह का आह्वान किया गया था। संयुक्त किसान मोर्चा के डॉ. सुनीलम ने बताया कि यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण था। इस आयोजन की अनुमति लेने के लिए जब पुलिस के पास पहुंचे तो उन्हें मंगलवार रात को ही वहीं बैठा लिया गया।

जिन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है उनमें इरफान जाफरी, बाबू भाई और विजय कुमार शामिल हैं। डॉ. सुनीलम के मुताबिक इन्हें पुलिस ने बिना किसी कारण के हिरासत में ले रखा है।

इसके बाद बुधवार को सुबह जब विभिन्न जिलों से किसान धरनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें वहां एकत्रित नहीं होने दिया गया। इस दौरान पुलिस ने नीलम पार्क को पूरी तरह बंद कर वहां आवाजाही पर रोक लगा दी थी।

जब किसान नेता जब मीडिया से बात कर रहे रहे थे तब भी पुलिस ने इसमें रुकावट डाली और किसान नेताओं को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। गिरफ्तार किए गए नेताओं में आल इंडिया खेत-मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष उमाप्रसाद, किसान नेता नरेंद्र जायसवाल,  मुदित भटनागर एवं अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य महासचिव प्रहलाद वैरागी,  कृषक जागृति संगठन के राजेन्द्र जी रज्जू भैया शामिल रहे।

संयुक्त किसान मोर्चा ने इस कार्यवाही का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश सरकार व प्रशासन की इस अलोकतांत्रिक और दमनात्मक कार्यवाही की कड़ी निंदा करते हैं और सरकार से यह मांग करते हैं कि गिरफ्तार किए गए तमाम साथियों को जल्द से जल्द रिहा करें।

इसके बाद मध्‍यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले हरदा में इसका विरोध किया गया जहां किसानों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस कार्यवाही को लोकतांत्रिक अधिकारों के खिलाफ उठाया गया कदम बताया।

उधर बिहार में पप्‍पू यादव की जन अधिकार पार्टी (लो) 16 दिसंबर से ही राज्‍यव्‍यापी अनिश्चितकालीन महाधरने पर है। मंगलवार को इसी क्रम में किसान न्‍याय मार्च निकालते हुए पुलिस ने पप्‍पू यादव और उनके कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया था।  

आज एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में पप्‍पू यादव ने कहा कि अपनी लड़ाई के दूसरे चरण में वे 5 जनवरी से किसान-मजदूर रोजगार यात्रा की शुरुआत करेंगे। वे किसानों के बीच जाकर उन्हें बताएंगे कि कैसे उनसे सस्ते दामों पर फसल को खरीदकर अंबानी और अडानी के मॉल में महंगे दामों पर बेचा जा रहा है। आंदोलन का तीसरा चरण मार्च के आखिरी सप्ताह में गाँधी मैदान से शुरू होगा जिसमें जरूरत पड़ने पर वे सरकारी कार्यालयों पर ताला लगाएंगे और रेल रोकेंगे।


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