दुनिया के 40 से ज्यादा मानवाधिकार समूहों और इंटरनेट पर निगरानी करने वाले संगठनों ने फेसबुक के सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग को पत्र लिखकर कंपनी की सार्वजनिक नीति निदेशक (भारत, दक्षिणी और मध्य एशिया) आंखी दास को उनके पद से निलंबित करने का आह्वान किया है।
आंखी दास के बारे में वॉल स्ट्रीट जर्नल ने पिछले दिनों दो हिस्से में ख़बर छापी थी कि उन्होंने हेट स्पीच से जुड़ी नीतियों को भारत के सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी पर लागू नहीं किया।
अमेरिका, यूके और न्यूजीलैंड के कुछ समूहों ने जुकरबर्ग से मांग की है कि फेसबुक इंडिया का ऑडिट जब तक हो, तब तक आंखी दास को उनके पद से निलंबित किया जाय। अगर ऑडिट में वॉल स्ट्रीट जर्नल के आरोप सही पाये गये, तो उन्हें उनके पद से हटा दिया जाना चाहिए।
पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले समूहों में एक ग्लोबल प्रोजेक्ट अगेंस्ट हेट एंड एक्सट्रीमिज़्म में कार्यकारी उपाध्यक्ष (रणनीति) हेइदी बीरिश ने एक बयान में कहा है, ‘’यही वक्त है कि मार्क जुकरबर्ग और फेसबुक मुस्लिम विरोधी विद्वेष को अब गंभीरता से ले और एशिया व दुनिया के दूसरे हिस्सों में अपनी नीतियों को लागू करने के तरीके को बदले।‘’
पूरा पत्र नीचे पढ़ा जा सकता है।
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