किसान आंदोलन: हरियाणा में पेट्रोल के बढ़ते दाम के खिलाफ प्रदर्शन, महापंचायतें जारी


88वां दिन, 20 फरवरी 2021

एक तरफ सरकार गलत फॉर्मूला जोड़ कर कम MSP देती है दूसरी तरफ दिनों दिन बढ़ती तेल की कीमतें भी इनपुट लागत बढ़ा रही है। किसानों के साथ साथ देशभर के आम नागरिकों को भी पेट्रोल, डीजल, एवं गैस की बढ़ती कीमतों से भारी नुकसान होगा। बढ़ती कीमतों के खिलाफ देशभर में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। AIKKMS ने हरियाणा के झज्जर एवं रेवाड़ी में पेट्रोल के बढ़ते दामों के खिलाफ प्रदर्शन किया जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।

किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए देशभर में किसान महापंचायतों का दौर जारी है। आज चंडीगढ़ में विशाल सभा आयोजित की गई जिसमें चंडीगढ़ शहर के लोगों का भारी समर्थन मिला। राजस्थान के रायसिंह नगर में 18 को और हनुमानगढ़ में 19 को विशाल सभा आयोजित की गई जिसमें सयुंक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने संबोधित किया। सूर्यपेट तेलंगाना में 18 फरवरी को कृषि कानूनों के विरुद्ध अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के नेतृत्व में बड़ी रैली हुई। इसी तरह 19 फरवरी को हिसार में महापंचायत की गई। इन सभाओं में किसानों के अलावा अन्य नागरिकों ने भी आने वाले दिनों में दिल्ली बोर्डर्स पर आने का भरोसा दिया।

गाजीपुर बॉर्डर पर उन्नाव में दलित औरतों की रहस्यमयी मौत के विरोध में और निष्पक्ष उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग को लेकर नौजवान किसान रैली निकाली गई।

मध्यप्रदेश में अनेक जिलों में रेल रोको कार्यक्रमों के दौरान गिरफ्तारियां की गईं। ग्वालियर में 50 और रीवां में 47 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। रात को फूलबाग से, जहां 57 दिनों से स्थाई धरना चल रहा था वहां से, टैंट और सभी सामान जब्त कर लिया गया, जिसके खिलाफ पुलिस अधीक्षक ग्वालियर के कार्यालय पर धरना दिया गया । इसके बाद गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को जेल से रिहा किया गया। सरकार झूठे केस लगाकर किसानों को डराना चाहती है। अब फिर से स्थाई धरना शुरू कर दिया गया है। छतरपुर में 32 दिन से धरना दे रहे किसानों को टैंट लगाने की अनुमति नहीं देने के कारण किसान बीमार भी हो रहे हैं। किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि मंदसौर गोली कांड के बावजूद किसानों का हौसला नहीं टूटा था, इसी तरह यह आंदोलन भी जारी रहेगा।

23 फरवरी को सभी बोर्डर्स सहित देशभर में ‘पगड़ी संभाल’ दिवस मनाया जाएगा। किसानों के आत्मसम्मान में मनाए जाने वाले इस दिन पर देशभर के महिला व पुरुष प्रदर्शनकारियों से अनुरोध किया जाता है कि इस दिन पर किसी भी रंग की पगड़ी पहन कर इस दिन को मनाएं।

किसानों के आत्मसम्मान को चोट पहुंचाने वाले हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल का अलग अलग जगहों पर भारी विरोध किया जा रहा है। 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस पर जेपी दलाल के अमानवीय बयानों के चलते उनके खिलाफ भिवानी में एक विशाल महापंचायत आयोजित की जा रही है।

डॉ. दर्शन पाल
सयुंक्त किसान मोर्चा


About जनपथ

जनपथ हिंदी जगत के शुरुआती ब्लॉगों में है जिसे 2006 में शुरू किया गया था। शुरुआत में निजी ब्लॉग के रूप में इसकी शक्ल थी, जिसे बाद में चुनिंदा लेखों, ख़बरों, संस्मरणों और साक्षात्कारों तक विस्तृत किया गया। अपने दस साल इस ब्लॉग ने 2016 में पूरे किए, लेकिन संयोग से कुछ तकनीकी दिक्कत के चलते इसके डोमेन का नवीनीकरण नहीं हो सका। जनपथ को मौजूदा पता दोबारा 2019 में मिला, जिसके बाद कुछ समानधर्मा लेखकों और पत्रकारों के सुझाव से इसे एक वेबसाइट में तब्दील करने की दिशा में प्रयास किया गया। इसके पीछे सोच वही रही जो बरसों पहले ब्लॉग शुरू करते वक्त थी, कि स्वतंत्र रूप से लिखने वालों के लिए अखबारों में स्पेस कम हो रही है। ऐसी सूरत में जनपथ की कोशिश है कि वैचारिक टिप्पणियों, संस्मरणों, विश्लेषणों, अनूदित लेखों और साक्षात्कारों के माध्यम से एक दबावमुक्त सामुदायिक मंच का निर्माण किया जाए जहां किसी के छपने पर, कुछ भी छपने पर, पाबंदी न हो। शर्त बस एक हैः जो भी छपे, वह जन-हित में हो। व्यापक जन-सरोकारों से प्रेरित हो। व्यावसायिक लालसा से मुक्त हो क्योंकि जनपथ विशुद्ध अव्यावसायिक मंच है और कहीं किसी भी रूप में किसी संस्थान के तौर पर पंजीकृत नहीं है।

View all posts by जनपथ →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *