96वां दिन, 1 मार्च 2021
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा कई केंद्रीय मजदूर संगठनों के साथ मिलकर संघर्ष को मजबूत करने की योजना बनाई जा रही है। इस संबंध में आज 1 मार्च को एक संयुक्त बैठक आयोजित की जा रही है।
राष्ट्र सेवा दल संगठन ने तीन कृषि कानून रद्द करने की मांग के लिए पूरे महाराष्ट्र में हस्ताक्षर अभियान में 6 लाख 75 हजार लोगो ने इन कानूनों को रद्द कराने के हस्ताक्षर किए। इस पत्र को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को सौंपा गया।
आज उत्तराखंड के रुद्रपुर में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें हज़ारो किसानों ने भाग लिया। किसान नेताओं ने ज्यादा से ज्यादा संख्या में गाजीपुर मोर्चे पर पहुंचने की अपील की। इस दौरान किसान नेताओं ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सरकार इस देश की खेती को कुछ उद्योगपति के हाथों में देना चाहती है। किसान नेताओं ने कहा कि कोई भी किसान अपनी फसल न जलाएं। किसान अपने खून पसीने से फसल को पालते हैं। संयुक्त किसान मोर्चा सभी किसानों से अपील करता है कि आंदोलन और फसल दोनों को संभालना है और संयुक्त किसान मोर्चा की अपील को ही अंतिम माना जाए।
15 मार्च को हसन खान मेवाती के शहादत दिवस पर संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में झिरका में बड़ी किसान पंचायत होगी जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के नेता शामिल होंगे ओर मेवात की बड़ी शख्सियत भी शिरकत करेंगी।
बाबा गुरमीत सिंह डेरा कारसेवा शाहबाद और भाई सरदार रणधीर सिंह संगत ट्रस्ट के सहयोग से आंदोलन में शहीद हुए 20 परिवारों को एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई।
लखीमपुर खीरी में किसानों ने भाजपा नेताओ का बॉयकॉट किया। हम सरकार को चेतावनी देते हैं कि अगर सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती और MSP पर कानून नहीं बनाती तो भाजपा और उसके सहयोगियों के समस्त नेताओं का देशभर में बॉयकॉट किया जाएगा।
डॉ. दर्शन पाल
सयुंक्त किसान मोर्चा