तस्‍वीरें झूठ नहीं बोलतीं…

पोस्‍टमॉर्टम के दौरान खींची गईं माओवादी नेता किशनजी की ये तस्‍वीरें आज सुबह  सर्कुलेट हुई हैं। अब तक वरवरा राव समेत किशनजी की भतीजी, उनकी मां और मुख्‍यधारा की राजनीति के …

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निज़ामी बंधुओं की आवाज़ में कुन फ़याकुन लाइव

बीती जुमे रात यानी 24 नवंबर को कव्‍वाल चांद निज़ामी और उनके भाइयों ने हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह पर रॉकस्‍टार की मशहूर कव्‍वाली कुन फ़याकुन की विशेष प्रस्‍तुति की। …

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फ़याक़ुन का जादूगर

हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह: जो है तुझमें समाया वो है मुझमें समाया या निज़ामुद्दीन औलिया, या निज़ामुद्दीन सरकारकदम बढ़ा ले, हदों को मिटा लेआ जा खालीपन में पी का …

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यहीं कहीं है लोर्का की क़ब्र

 फेदरिको गार्सिया लोर्का स्‍पेन के समकालीन इतिहास की सबसे बड़ी पहेली को सुलझाने का दावा एक स्‍थानीय इतिहासकार ने किया है। दक्षिण में स्थित ग्रेनाडा शहर के रहने वाले …

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बारह घंटे

दिन के एक बजे पहुंचा था जब मैं यहां तब बज रही थीं चूडि़यांरो रहे थे बच्‍चेचल रहा था टीवी और सो रहे थे साहब… बारह घंटे बीत चुके कुछ …

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टिटिहरी बोध

चीज़ें फिसल रही हैं खुली मुट्ठियों से…   जाने क्‍यों लगता है अब तक नहीं हुआ जो, वो बस हो जाएगा अभी-अभी।   एक डर तो है ही,   बल्कि पहले से कहीं …

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असंभव संवाद

पार्ट-1 आपको जीने के लिए क्‍या चाहिए?  खुशी।   और खुश रहने के लिए? ढेर सारा पैसा…।  चलिए, पद और नाम भी… जोड़े देते हैं। अब क्‍या बचा? कुछ नहीं…। …

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झूठ बोलने की व्‍यवस्‍थागत मजबूरी: पी. साइनाथ का दिल्ली में वक्तव्य

पी. साइनाथ ने यह व्‍याख्‍यान दिल्‍ली के कांस्टिट़यूशन क्‍लब में पिछले साल दिया था। उसके संपादित अंश प्रस्‍तुत हैं। A Structural Compulsion  To Lie जिस तरह किसी जंग को जनरलों के …

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