शामली चीनी मिल को कब्जे में ले सरकार वरना किसान उसे शहीदों को करेंगे समर्पित: PM को पत्र


माननीय प्रधानमंत्री
श्री नरेंद्र मोदी
भारत सरकार
साउथ ब्लॉक, नई दिल्ली

विषय: गुलामी की प्रतीक शामली चीनी मिल को राष्ट्र को समर्पित करने के संदर्भ में

महोदय,

विनम्रतापूर्वक आपके ध्यानार्थ निवेदन है कि गुलामी के दौरान भारत में देश के होनहार युवाओं-नौजवानों और तमाम क्रांतिकारियों का खून चूसने वाले मिल मालिक ने अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को जबरन फांसी दिलवाने में अंग्रेजों का पूर्ण सहयोग दिया था। इस मिल मालिक शादी लाल को ईनाम के रूप में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिले शामली में अंग्रेजी सरकार द्वारा चीनी मिल एवं सर की उपाधि दी थी। इस सर शादी लाल के वारिस आज भी गन्ना किसानों का खून चूसने का काम कर रहे हैं। शोषण की यह विरासती परमंपरा आजाद भारत में आज भी जारी है।

सरकार की बार-बार घोषणा के बावजूद बकाया गन्ना भुगतान न करने के लिए बदनाम शामली की सबसे बड़ी चीनी मिल है। 

गरीब और मध्यमवर्गीय गन्ना किसान दिन रात मेहनत करके फसल को अपने बच्चे की तरह पाल पोस कर बड़ा करता है। गन्ने की फसल मीठी चीनी के लिए तैयार होती है तो उसे चीनी मिल को देता है। चीनी मिल के मालिकान चीनी और अन्य उत्पाद (प्रोडक्ट) बेचकर मुनाफा कमाने के बावजूद मिल प्रबंधन गन्ना किसानों का जानबूझकर समय पर भुगतान नहीं करता है जिसकी वजह से किसान बर्बाद हो रहा है और बेहाल है।

किसानों और अन्य लोगों का जबरन शोषण करने वाली ऐसी चीनी मिल मालिकों की कोई जरूरत नहीं है।

इस क्षेत्र के पीड़ित किसान एवं अन्य तमाम जनता का माननीय प्रधानमंत्री जी से सादर अनुरोध है कि सरकार तुरंत इस चीनी मिल को अपने कब्जे में लेकर खुद संचालन करे और आजादी के दौरान इनके द्वारा जबरन फांसी पर चढ़ाए गए शहीद भगत सिंह, सुखदेव सिंह और राजगुरु के नाम से मिल प्रांगण में स्मारक स्थल बनाये।

हम सभी पीड़ित आशा करते हैं कि सरकार क्षेत्रवासियों की भावनाओं को समझते हुए इस पर तत्काल कदम उठाएगी। यदि भारत सरकार इस काम में शिथिलता बरती है, तो क्षेत्रीय किसान और नौजवान आजादी के 75वें महोत्सव पर यह काम खुद करने को मजबूर होंगे क्योंकि आज आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी किसान वर्ग इन लालची लोगों को अपना खून नहीं चूसने देगा। हम अपने शहीदों का बलिदान याद करते हुए शामली चीनी मिल पर तिरंगा फहराने का काम अवश्य करेंगे l

हम सभी भारत सरकार द्वारा मनाए जा रहे महोत्सव को बेहतर करने के लिए बलिदानी शहीदों को 75 वर्ष बाद श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इस चीनी मिल को राष्ट्रहित में शहीदों को समर्पित करने का शुभ कार्य अपने कर कमलों के द्वारा करेंगे।

इस प्रक्रिया में हमारा किसी प्रकार का कोई राजनैतिक उद्देश्य नहीं है। हमारे पूर्वजों के त्याग द्वारा संचित धरोहर के संरक्षण के लिए हमारे प्रयास हैं ताकि आने वाली पीढ़ियों को स्थापित व सुरक्षित  भविष्य देने की प्रतिबद्धता निभा पाएं।

निवेदक

चौधरी सवित मलिक
राष्ट्रीय अध्यक्ष, किसान यूनियन
शामली, उत्तर प्रदेश


(किसान यूनियन राष्ट्रीय कार्यालय, जनपद शामली, 11अगस्त 2022)


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