सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के अध्यक्ष दुष्यंत दवे ने गुरुवार को कहा, “मुझे लगता है कि मुझे आपका ( बार एसोसिएशन) नेतृत्व करने वाले आपके लीडर के रूप में अपना पद छोड़ देना चाहिए।” अपने पत्र में दवे ने कहा कि कार्यकारी समिति का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और उन्होंने आभासी चुनाव ( virtual elections) कराने की योजना बनाई है। हालांकि कुछ वकीलों द्वारा रिजर्वेशन का मुद्दा उठाने से यह तत्काल नहीं किया जा सका और अब, प्रेसिडेंट के रूप में बने रहना उनके लिए नैतिक रूप से सही नहीं है।
दवे ने कहा,
“अब मुझे लगता है कि चुनाव समिति द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार उन्हें पद पर बने रहना सही नहीं होगा। मैं उनकी स्थिति को समझता हूं और मेरा उनसे कोई झगड़ा नहीं है, लेकिन प्रेसिडेंट के रूप में बने रहना हालात के अनुसार नैतिक रूप से गलत होगा।”
उन्होंने कार्यकारी समिति के सदस्यों के प्रति “गहरी कृतज्ञता” व्यक्त करते हुए कहा,
“आप इस संस्था, एससीबीए का गर्व हैं। आपके साथ होना सौभाग्य की बात है।”
पत्र का पूरा पाठ पढ़ें :
सेवा में,
कार्यकारी समिति, एससीबीए,
नई दिल्ली।
कार्यकारी समिति के प्रिय सदस्यों, हाल की घटनाओं के बाद, मुझे लगता है कि मैंने आपका नेतृत्व जारी रखने का अपना अधिकार खो दिया है और इसलिए मैं तत्काल प्रभाव से एससीबीए के अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफ़ा दे दूंगा। हमारा कार्यकाल पहले ही समाप्त हो चुका है। हमने ईमानदारी से एक नए निकाय के चुनाव के लिए आभासी चुनाव कराने का फैसला किया है। अब मुझे लगता है कि आप में से कुछ के रिजर्वेशन के कारण चुनाव समिति द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार पद पर बने रहना संभव नहीं होगा।
मैं उनकी स्थिति को समझता हूं और इनके साथ कोई झगड़ा नहीं है, लेकिन मेरे लिए इन परिस्थितियों में प्रेसिडेंट के रूप में आगे बने रहना नैतिक रूप से गलत होगा। मुझे इस कार्यकारी समिति का हिस्सा होने के लिए और COVID 19 के दौरान बेहद योगदान देने के लिए आपमें से प्रत्येक के लिए अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए। शायद मानव जाति के लिए सबसे बड़ी चुनौती जो हम अपने जीवनकाल में कभी देखेंगे। आप इस संस्था, एससीबीए का गर्व हैं। आपके साथ होना मेरे लिए सौभाग्य की बात रही। मैं बेहतर भविष्य के लिए आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं।
दुष्यंत दवे, अध्यक्ष, एससीबीए
नई दिल्ली,
14 जनवरी, 2021
लाइव लॉ से साभार