प्रशांत भूषण पर अवमानना के केस के खिलाफ जजों, वकीलों, बौद्धिकों, पत्रकारों का साझा बयान

वक्‍तव्‍य के अंत में कहा गया है न्‍याय और निष्‍पक्षता के हक में सुप्रीम कोर्ट की प्रतिष्‍ठा को कायम रखने के लिए हम सभी हस्‍ताक्षरकर्ता कोर्ट से अनुरोध करते हैं कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे और प्रशांत भूषण के खिलाफ स्‍वत: संज्ञान लेकर शुरू की गयी आपराधिक अवमानना की कार्यवाही को जल्‍द से जल्‍द वापस ले।