कहीं ठंडी न पड़ जाये चूल्हे की आग! किसान आंदोलन में शामिल स्त्रियों के अनुभव और अहसास

ये स्त्रियां कौन हैं, उन्‍हें प्रदर्शन में आने के लिए कौन सी चीज़ प्रेरित कर रही है और इनके बीच प्रतिरोध की चिंगारी कैसे भड़की जो इन्‍हें सिंघु और टीकरी बॉर्डरों तक खींच लायी, इन सवालों के जवाब इतने आसान नहीं हैं। फिर भी, आज ये आंदोलन का हिस्‍सा हैं तो पूरे दमखम से उसे ऊर्जावान बनाए हुए हैं।